‌‘सबरंग युवा आविष्कार' में हुईं शानदार प्रस्तुतियां

संगीत, कला और नाटक का अनूठा मिलन; आदि चोरडिया ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया

    01-Oct-2025
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 चिंचवड़, 30 सितंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

युवा कलाकारों की प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए जाने माने वाले साहित्य संगीत कला मंच के 30 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संगीत, कला और नाटक की एक शाम ‌‘सबरंग युवा आविष्कार' का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम हाल ही में चिंचवड़ के एल्प्रो सिटी-स्क्वायर मॉल ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था. प्रसिद्ध तबला वादक पद्मश्री पंडित विजय घाटे इस शाम के मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम की शुरुआत 19 वर्षीय आदि आनंद चोरडिया के एकल तबला वादन से हुई. पुणे के होनहार युवा सांस्कृतिक कलाकारों में से एक, आदि ने लय पर अपनी पकड़ और युवा रचनात्मकता से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, उन्होंने परंपरा और ताजगी का संतुलन बनाए रखा, जिसके परिणामस्वरूप उनकी प्रस्तुति शाम के मुख्य आकर्षणों में से एक रही. उन्हें हार्मोनियम पर सुधीर टेकाले ने संगत की. इस प्रस्तुति के बाद सितार-संतूर की जुगलबंदी हुई, जिसमें संतूर पर प्रकृति वहाणे और सितार पर संस्कृति वहाणे ने प्रस्तुति दी. लयबद्ध गहराई और तात्कालिक प्रतिभा ने तालियों की गड़गड़ाहट से उन्होंने तालियां बटोरीं. तबले पर उनका साथ पं. समीर सूर्यवंशी ने दिया. संगीत के साथ-साथ, दर्शकों ने आदि चोरडिया की प्रशंसित फोटोग्राफी प्रदर्शनी, ‌‘पुनः - हेरिटेज पुणे' का भी आनंद लिया. यह उनके द्वारा खींची गई 5000 से अयादा तस्वीरों के संग्रह से 34 तस्वीरों का एक संग्रह था. यहां हर तस्वीर में पुणे के पुराने मंदिर, वाड़े, बाजार और औपनिवेशिक वास्तुकला को दर्शाया गया था, जो शहर की विरासत को लुप्त होने से पहले संरक्षित करने के उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है. कुल मिलाकर सबरंग युवा आविष्कार में संगीत, कला और नाटक के मिश्रण ने, तबले पर आदि चोरडिया, सितार और संतूर पर वहाणे बहनों की प्रस्तुति ने ‌‘कर्ण- एक महिला ट्रायलॉजी' प्रोग्राम के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.