पिंपरी, 11 अक्टूबर (आ.प्र.) क्रांतिवीर चापेकर बंधु की वीरता, दृढ़ देशभक्ति और बलिदान के बारे में हम इतिहास में पढ़ते आए हैं और आज सिनेमा के माध्यम से इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा है. हुतात्मा ‘चापेकरवाड़ा' में हमें परंपरा और संस्कृति के कई सुंदर रंग देखने को मिले और देश की स्वतंत्रता के लिए चापेकर बंधुओं द्वारा किए गए त्याग और बलिदान की एक छोटी-सी झलक देखने को मिली. देश के युवाओं को चिंचवड़ आकर चापेकर की स्मृति को नमन करना चाहिए और उनसे देशभक्ति की प्रेरणा लेकर भारत माता की समृद्धि के लिए निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए, केरल राज्य के राज्यपाल राजेंद्र आर्ले कर ने कहा. केरल के राज्यपाल ने शनिवार को चिंचवड़ स्थित क्रांतिवीर चापेकर बंधु राष्ट्रीय संग्रहालय का सद्भावना दौरा किया और चापेकर स्मारक का निरीक्षण किया. वे सुंदर मूर्तियों और एक फिल्म के माध्यम से शहीद चापेकर बंधु के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बोल रहे थे. पिंपरी-चिंचवड़ मनपा की ओर से अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभले पाटिल ने राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर का स्वागत किया, जबकि चापेकर स्मारक समिति ने भी उन्हें एक सम्मान चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर मनपा के जनसंपर्क अधिकारी प्रफुल्ल पुराणिक, क्रांतिवीर चापेकर स्मारक समिति के कोषाध्यक्ष रवींद्र नामदे, मुकुंदराव कुलकर्णी, सदस्य डॉ. शकुंतला बंसल, सुहास पोफले, अतुल आड़े, मैथिली कुलकर्णी, सतीश अवचार, नरेंद्र पेंडसे, हेमंतराव हरहरे, साथ ही क्रांतिवीर चापेकर बंधु राष्ट्रीय संग्रहालय के कर्मचारी उपस्थित थे.