दिवाली पर 6 लाख कराेड़ से अधिक का काराेबार

    23-Oct-2025
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diwali 
दिवाली के माैके पर 6 लाख कराेड़ से अधिक का काराेबार हुआ है. पिछले साल के मुकाबले इस साल डेढ़ लाख कराेड़ से अधिक की बिक्री हुई. कैट की रिपाेर्ट में यह दावा किया गया है. स्वदेश निर्मित वस्तुओं के प्रति भी रूझान बढ़ा है. चीनी वस्तुओं की बिक्री में पहले की अपेक्षा कमी आयी है. अन्य सूत्राें के अनुसार फेस्टिव सीजन के दाैरान व्यापारियाें द्वारा 16 से 18 लाख कराेड़ तक काराेबार में निवेश का अनुमान लगाया गया है.व्यापारियाें के अग्रणी राष्ट्रीय संगठन कैट की मंगलवार काे जारी रिपाेर्ट में कहा गया है कि, दिवाली पर 5.40 लाख कराेड़ रुपए के सामान और 65 हजार कराेड़ की सेवा क्षेत्र की बिक्री हुई.कैट ने देशभर के 60 प्रमुख वितरण केंद्राें, जिनमें सभी राज्याें की राजधानियां एवं टियर-2 और टियर-3 सबसे बड़ा त्याैहारी काराेबार है.
 
दिल्ली की चांदनी चाैक लाेकसभा सीट से सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के वाेकल फाॅर लाेकल और स्वदेशी दिवाली के आह्वानाें का असर देखा गया और 87 प्रतिशत उपभाेक्ताओं ने भारतीय वस्तुओं काे विदेशी वस्तुओं के मुकाबले प्राथमिकता दी, जिससे चीनी उत्पादाें की मांग में तेज गिरावट दर्ज की गयी. व्यापारियाें ने बताया कि स्वदेश निर्मित वस्तुओं की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़ी है.रिपाेर्ट में बताया गया है कि पिछले साल दिवाली पर 4.25 लाख कराेड़ रुपये का सामान बिका था. इस साल इसमें 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी जिसमें मुख्य रूप से गैर-कारपाेरेट एवं पारंपरिक बाजाराें ने कुल व्यापार में 85 प्रतिशत का याेगदान दिया.
 
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने बताया कि कुल बिक्री में किराना एवं एफएमसीजी उत्पादाें का याेगदान 12 प्रतिशत, साेना-चांदी का 10 प्रतिशत, इलेक्ट्राॅनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल्स का आठ प्रतिशत, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का सात प्रतिशत, रेडीमेड परिधान का सात प्रतिशत, गिफ्ट आइटम का सात प्रतिशत, हाेम डेकाेर का पांच प्रतिशत, फर्निशिंग एवं फर्नीचर का पांच प्रतिशत, मिठाई एवं नमकीन का पांच प्रतिशत, वस्त्र का चार प्रतिशत, पूजन सामग्रियाें का तीन प्रतिशत, फल एवं मेवे का तीन प्रतिशत, बेकरी एवं कन्फेक्शनरी का तीन प्रतिशत, फुटवियर का दाे प्रतिशत तथा अन्य वस्तुओं का 19 प्रतिशत रहा.उन्हाेंने कहा कि सेवा क्षेत्र में 65,000 कराेड़ रुपये के काराेबार में पैकेजिंग, आतिथ्य, टैक्सी सेवाएं, ट्रैवल, इवेंट मैनेजमेंट, टेंट एवं सजावट, मैनपावर और डिलीवरी जैसे क्षेत्राें में भी अभूतपूर्व गतिविधि रही.