त्रिपुरा सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयाेगी पार्टी त्रिपुरा सिविल साेसाइटी द्वारा इनर लाइन परमिट (आईएलपी) लागू करने, अवैध बांग्लादेशी प्रवासियाें काे वापस भेजने और तिप्रासा समझाैते काे लागू करने की मांग काे लेकर आहूत 24 घंटे के त्रिपुरा बंद के कारण रात भर जबर्दस्त हिंसा हुई. इन हिंसक घटनाओं में धलाई के पुलिस अधीक्षक मिहिर लाल दास और कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियाें सहित 17 लाेग घायल हाे गए.प्राप्त जानकारी के अनुसार त्रिपुरा के धलाई जिले के कमालपुर के सेलमा ब्लाॅक के अशांत इलाकाें में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के लिए अधिकारियाें ने कार्रवाई की थी.
जहां शांतिरबाज़ार इलाके में झड़पाें के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू कर दी गई है.हिंसा शाम काे तब शुरू हुई त्रिपुरा सिविल साेसाइटी द्वारा आहूत 24 घंटे के त्रिपुरा बंद का उल्लंघन करते हुए शांतिरबाज़ार बाज़ार में कुछ लाेगाें ने दुकानें खाेल ली थीं. पुलिस ने बताया कि हड़ताल समर्थक प्रदर्शनकारियाें ने कथित ताैर पर दुकानदाराें काे अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर किया. व्यापारियाें के विराेध के कारण तीखी झड़पें हुईं और प्रतिद्वंद्वी समूहाें ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंके. एक वाहन में आग लगा दी गई और कई दुकानाें काे जलाने की काेशिश की गई, जिसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया और लाठीचार्ज किया.