गुड़हल के ूल बालाें के साैंदर्य व उपचार के लिए काफी मददगार

    31-Oct-2025
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flower 
गुड़हल के ूल ही नहीं बल्कि उसकी पत्तियां भी बालाें काे घना, काला और चमकीला बनाने में सहायक है. ूलाें में माैजूद रसायन बालाें के विकास काे तीव्र गति देता है. गुड़हल के ूलाें से साैम्य शैंपू बनाकर बालाें काे साफ करें.एक मुठ्ठी गुड़हल की पत्तियां व ूलाें काे 100 मिली नारियल तेल में उबालकर ठंडा करें. इससे सिर की मालिश करें. बाल गिरने की समस्या दूर हाेगी और बाल बढ़ने लगेंगे. दस ग्राम गुड़हल की पत्तियाें काे मिक्सी में पीसकर एक देशी अंडा मिलाएं. इसे बालाें की जड़ाें से सिराें तक लगाएं दाे बार प्रयाेग से ही केमिकल से बिगड़े बाल भी खिल उठेंगे.चावल की मांड में गुड़हल के ूलाें का रस मिलाकर लगाने से दाे मुंहे बालाें से निजात मिलती है.
 
गुड़हल के अल्ा हाइड्राे एसिड से माॅइश्चर लेवल बढ़ जाता है और स्निग्धता आती है. मेहंदी के साथ गुड़हल की पत्तियाें काे पीसकर लगाएं. मेहंदी का रंग अच्छा आएगा तथा मेहंदी के कारण आने वाला सूखापन भी नहीं हाेगा.त्वचा पर ताजगी गुड़हल के ूल त्वचा काे भी ताजगी देते हैं. गुड़हल के ूलाें में आयरन व विटामिन सी भरपूर मात्रा में हाेते हैं. गुड़हल के ूलाें से तैयार तेल काे सूखी त्वचा पर लगाएं त्वचा दमक उठेगी.गुड़हल के ूलाें काे खुजली, दाग व पपड़ीदार त्वचा पर लगाने से यह स्वस्थ हाे जाती है.गुड़हल के पत्ताें का पेस्ट एलाेवेरा में मिलाकर लगाने से धूप से झुलसी त्वचा तुरंत ठीक हाे जाती है.
 
गुड़हल के ूलाें काे सुखाकर पीसकर शहद मिलाकर ेस पैक बनाकर लगाएं त्वचा ूल सी खिल उठेगी.ूलाें काे पानी में उबालकर ठंडा करके ि्रज में जमा लें. थकी आंखाें पर रूई की सहायता से लगाएं. ूलाें और पत्तियाें काे जलाकर उसकी राख भाैंहाें पर लगाने से वे चमकीली बनी रहेंगी.गुड़हल की पत्तियाें से तैयार तेल से नाखूनाें के क्यूटिकल मजबूत हाेते हैं और नाखून बढ़ते हैं. ूलाें और पत्तियाें की जली राख काे पेट्राेलियम जैली के साथ मिलाकर लगाने से फटी एडियाें से निजात मिलती है.गुड़हल के ूल का रस लगाने से काले हाेंठ भी गुलाबी हाे कर चमकने लगते हैं. इन नुस्खाें काे अपनाकर आप भी खिल उठें.