शिवाजीनगर, 30 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड और उसकी सीएसआर शाखा मुकुल माधव फाउंडेशन (एमएमएफ) ने अपने प्रमुख अभियान गिव विद डिग्निटी के पांचवां संस्करण को सफलतापूर्वक पूरा किया है. यह पहल 2020 में महामारी राहत प्रयास के रूप में शुरू हुई थी, जो अब पूरे भारत में उम्मीद का एक राष्ट्रीय आंदोलन बन चुकी है. साल 2020 से एमएमएफ और फिनोलेक्स की टीमों ने पारंपरिक त्यौहारी उपहार देने की प्रथा से हटकर गिव विद डिग्निटी पहल की ओर संसाधन समर्पित किए हैं, ताकि वे उन समुदायों तक पहुंच सकें जो अक्सर समाज में उपेक्षित रह जाते हैं. इस अभियान के माध्यम से मुकुल माधव फाउंडेशन और फिनोलेक्स देशभर के रिक्शाचालकों, दिहाड़ी मजदूरों, दिव्यांगजनों, खेतो मे काम करने वाले मजदूरों, ट्रांसजेंडर और जनजातीय समुदायों तक सहायता पहुंचा रहे हैं. मुकुल माधव फाउंडेशन स्थानीय स्व-सहायता समूहों, सूक्ष्म व लघु उद्योगों और महिला उद्यमियों के साथ मिलकर राशन, त्यौहार और स्वच्छता किट तैयार और वितरित करता है. यह पहल ‘स्थानीय खरीदें, स्थानीय दें' के सिद्धांत पर आधारित है. प्रत्येक किट में पोषणयुक्त सामग्री शामिल होती है, और दीये दिव्यांग लोगों द्वारा हाथ से बनाए जाते हैं. पांचवें वर्ष में इस अभियान के तहत 11 राज्यों - गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल में कुल 10,000 किट्स वितरित की गईं. 2020 से 2025 के बीच एमएमएफ टीम ने इस अभियान के तहत 1,00,000 से अधिक डिग्निटी किट्स वितरित कीं, 120 स्वसहाय ता समूहों को दोबारा सक्रिय किया और 30 समूहों को एमएसएमई के रूप में पंजीकृत कराने में सहायता दी. मुकुल माधव फाउंडेशन की मैनिजिंग ट्रस्टी श्रीमती रितु प्रकाश छब्रिया ने कहा, पिछले पांच वर्षों में हमारे लिए दिवाली केवल किट बांटना ही नहीं, बल्कि उम्मीद, सम्मान और इंसानियत की गर्माहट पहुंचाने का अवसर रही है. हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि त्यौहार की खुशियां समाज के हर कोने तक पहुंचें. खासकर उन तक जिन्हें अक्सर नजरअंदाज किया जाता है.