विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी विफल रही. लेकिन अब मनपा चुनाव नजदीक हैं और सभी राजनीतिक दल आगामी चुनावाें की तैयारी में जाेरशाेर से जुट गए हैं. मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने आगामी चुनावाें काे लेकर अहम जानकारी दी है. नेता का असली चुनाव लाेकसभा और विधानसभा से ज्यादा ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद और मनपा में हाेता है. लाेकतंत्र में यह सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है. दिवाली के दाे दिन बाद आचार संहिता लागू हाे जाएगी, इसलिए चुनाव की तैयारी शुरू कर दें, ऐसा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा. भाजपा की आज विजयी संकल्प रैली आयाेजित की गई.चंद्रकांत पाटिल इसी रैली में बाेल रहे थे.चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि दिवाली के बाद पहला चुनाव ज़िला परिषद का हाेगा, जबकि नवंबर के अंत में मनपा चुनावऔर दिसंबर के अंत में मनपा चुनाव हाेंगे.इसके साथ ही उन्हाेंने दावा किया है कि बहुप्रतीक्षित मनपा चुनाव जनवरी के अंत में हाेंगे.
साथ ही, चुनावाें के कार्यक्रम की घाेषणा करते हुए पाटिल ने यह भी स्पष्ट किया है कि आचार संहिता कब लगेगी. उन्हाेंने दावा किया कि आचार संहिता अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में लग जाएगी. इसके साथ ही उन्हाेंने राजनीतिक नेताओं काे विकास कार्याें के उद्घाटन पूरे करने का आदेश दिया है.चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि 2019 में टिकट से वंचित रहे बावनकुले काे 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार तय करने का अधिकार मिला है. चुनाव तेज़ ट्रेन की तरह हाेते हैं, जाे प्लेटफाॅर्म पर रहेगा, वह रहेगा. हालांकि, परेशान न हाें. राजनीति में प्रयास के साथ भाग्य की भी आवश्यकता हाेती है. महायुति और महाविकास अघाड़ी में बड़ा अंतर हाेना चाहिए. 2017 की स्थिति बदलें, इसके लिए आने वाली दिवाली का लाभ उठाएं.लाेगाें से मिलें और संपर्क बढ़ाएं. हम महायुति के रूप में चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन वरिष्ठ नेता अंतिम समय में क्यानर्णय लेंगे, यह तय करेंगे, उन्हाेंने कहा.उन्हाेंने यह भी कहा कि हमारे किसी भी कार्यकर्ता के साथ अन्याय नहीं हाेने दिया जाएगा.