बाॅम्बे हाईकाेर्ट द्वारा लाेअर काेर्ट के दाे जज बर्खास्त कर दिए गए. एक काे रिश्वत लेने तथा दूसरे काे जब्त ड्रग का इस्तेमाल करने का दाेषी पाया गया.अनुशासन समिति द्वारा जांच के बाद सातारा के सत्र न्यायाधीश धनंजय निकम तथा पालघर दिवानी काेर्ट के इरफान शेख के खिलाफ कड़ा ए्नशन लिया गया.हाईकाेर्ट के कड़े ए्नशन से दाेनाें जजाें का जबर्दस्त झटका लगा.बाॅम्बे हाईकाेर्ट ने शुक्रवार काे निचली अदालत के दाे जजाें काे कदाचार और न्यायिक अधिकारियाें के अनुरूप आचरण न करने के आराेप में बर्खास्त कर दिया है. मामला एक महिला के पिता की हिरासत से जुड़ा था. निचली अदालत से जमानत न मिलने के बाद महिला ने सतारा सेशन काेर्ट में नई अर्जी लगाई, जिस पर निकम ने सुनवाई की.
एसीबी ने आराेप लगाया है कि मुंबई के किशाेर संभाजी खरात और सतारा के आनंद माेहन खरात ने निकम के कहने पर महिला से अनुकूल आदेश के लिए 5 लाख रुपए की मांग की.एजेंसी ने दावा किया कि 3 से 9 दिसंबर, 2024 के बीच की गई जांच के दाैरान रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई. एसीबी ने निकम, खरात परिवार और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है.बाॅम्बे हाईकाेर्ट ने कहा कि कबूतराें के झुंड काे दाना डालना सार्वजनिक रूप से परेशानी पैदा करने वाला है.यह मुद्दा जन स्वास्थ्य से जुड़ा है और सभी उम्र के लाेगाें के स्वास्थ्य के लिए गंभीर और संभावित खतरा है.जस्टिस जीएस कुलकर्णी और जस्टिस आरिफ डाॅक्टर की बेंच ने पशु प्रेमियाें की दायर याचिका पर सुनवाई की. काेर्ट ने मुंबई नगर निगम काे दाना डालने वालाें के खिलाफ ऋखठ दर्ज करने का भी निर्देश दिया.