अवैध ट्रेडिंग प्लेटफार्म ने 800 कराेड़ का मुनाफा कमाया

    05-Oct-2025
Total Views |
 
 

trend 
 
प्रवर्तन निदेशालय अवैध ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफाॅर्म जलींरऋद की जांच कर रहा है. यह ट्रेडिंग प्लेटफाॅर्म भारत से हजाराें कराेड़ रुपये टैक्स हेवन में भेजकर मनी लाॅन्ड्रिंग कर रहा था. ईडी की जांच में पता चला है कि ये प्लेटफाॅर्म अपराध से मिली रकम काे क्रिप्टाेकरेंसी में बदलते हैं. फिर वे अंतरराष्ट्रीय पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल करते हैं.इस तरह के धाेखाधड़ी में भारतीयाें काे 2024 में 22,800 कराेड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. प्रवर्तन निदेशालय ने चाैंकाने वाली जानकारी देते हुए बताया कि जलींरऋद ने केवल नाै महीनाें में भारत से 800 कराेड़ रुपये की कथित अपराध आय अर्जित की है.जलींरऋद कंपनी के बारे में जानकारी करने पर पता चला कि इसके प्रमाेटर रूस में हैं. इसका तकनीकी सपाेर्ट जाॅर्जिया से चलता है. भारत में इसका ऑपरेशंस दुबई से संभाला जाता है.जबकि इसके सर्वर बार्सिलाेना में हैं और यह कंपनी साइप्रस में रजिस्टर्ड है.
 
यह फाॅरेक्स, कमाेडिटीज और क्रिप्टाेकरेंसी में डील करता है. प्रवर्तन निदेशालय की मुंबई जाेनल यूनिट इसकी जांच कर रही है. जांच में सामने आया है कि कुछ लेनदेन काे सिंगापुर से सेवाओं के नकली आयात के जरिए किया गया. इससे भारत में कमाए गए धाेखाधड़ी के पैसे काे लाॅन्डर किया गया. एक मामले में, ईडी ने भारत और विदेश में 172 कराेड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. इसमें एक याॅट, स्पेन में एक विला, बैंकाें में 36 कराेड़ रुपये, 39,000 णडऊढ क्रिप्टाेकरेंसी, जमीन और 80 कराेड़ रुपये की डिमैट हाेल्डिंग्स शामिल हैं.जलींरऋद अकेला अवैध ऑनलाइन प्लेटफाॅर्म नहीं है जाे निवेश धाेखाधड़ी में शामिल है. बेंगलुरु जाेनल यूनिट पाॅवर बैंक की जांच कर रही है. काेलकाता जाेनल यूनिट एंजल वन, टीएम ट्रेडर्स और विवान एलआई की जांच कर रही है. काेच्चि यूनिट नरीर ऋद की जांच कर रही है. ईडी के यह सभी के मामले अलग-अलद शहराें में पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर पर आधारित हैं.