शिवाजीनगर, 4 अक्टूबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) जब हम पढ़ते थे, तब स्लेट-राइटिंग, नोटबुक-पेन-बुक होते थे. समय के साथ यह सब बदल गया. तकनीक का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी का एक अभिन्न अंग बन गया है. आज हमारे पास एक ऐसी व्यवस्था है जहां हमें दुनिया भर की जानकारी बस एक क्लिक पर सेकंडों में मिल जाती है. आरएमडी फाउंडेशन की अध्यक्षा जान्हवी धारीवाल-बालन ने कहा कि हर स्कूल को तकनीक से अपडेट रहने की जशरत है. वह स्कूल सामग्री वितरण समारोह में बोल रही थीं. इस कार्यक्रम में पालघर जिले के आदिवासी इलाके उपलाट स्थित जिला परिषद स्कूल को इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड और सुश्री शोभाताई रसिकलाल धारीवाल इंग्लिश स्कूल (हुजूरपागा, पुणे) को कंप्यूटर, लैपटॉप और प्रोजेक्टर प्रदान किए गए. जान्हवी धारीवाल-बालन ने आगे कहा, आज कई स्कूलों में तकनीक का इस्तेमाल रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है. इससे छात्रों को दुनिया भर की जानकारी मिलती है. हालांकि, तुलनात्मक रूप से, ऐसा लगता है कि ग्रामीण इलाकों के स्कूलों तक तकनीक उतनी नहीं पहुंच पाई है. मैं नहीं चाहती कि शहरी और ग्रामीण छात्रों के बीच अंतर बढ़ जाए. इसीलिए आरएमडी फाउंडेशन देश भर के विभिन्न स्कूलों, खासकर जिला परिषद या सरकारी स्कूलों में इंटरैक्टिव स्मार्ट बोर्ड, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रोजेक्टर जैसी तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है. और भी सुविधाएं दी जाएंगी - इस दौरान, फाउंडेशन की उपाध्यक्ष शोभाताई धारीवाल ने कहा, जहां भी जैसी जशरत होगी, तकनीक आधारित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे पहले, बिहार, कोस्टल गार्ड स्कूल (दमन), पुणे, सातारा जैसे विभिन्न स्थानों पर शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जा चुकी है.