महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता गणेश नाइक ने दावा किया है कि प्रशासन में 10 प्रतिशत अधिकारी अक्षम हैं और उन्हाेंने ज़ाेर देकर कहा कि कर्तव्य की भावना से जनता दरबार जैसे जन शिकायत मंचाें की ज़रूरत ही खत्म हाे जाएगी. नाइक साेमवार काे ठाणे शहर के एक हाॅल में जनता दरबार (जनसभा) आयाेजित करने के बाद पत्रकाराें से बात कर रहे थे.ठाणे शहर उपमुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष एकनाथ शिंदे का गढ़ है. इस बैठक में नागरिकाें ने विभिन्न नागरिक, प्रशासनिक और विकासात्मक मुद्दाें पर 260 से ज़्यादा ज्ञापन प्रस्तुत किए. राज्य के वन मंत्री नाइक ने बताया कि प्राप्त लगभग 60 प्रतिशत ज्ञापनाें पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी, जबकि शेष का समयबद्ध तरीके से समाधान किया जाएगा.
उन्हाेंने कहा, प्रशासन में 90 प्रतिशत अधिकारी अच्छे हैं, लेकिन 10 प्रतिशत अक्षम हैं, आप इसका अनुभव यहाँ कर सकते हैं. उन्हाेंने अधिकारियाें द्वारा जनता के मुद्दाें का समाधान न करने के कई उदाहरण दिए.मंत्री ने कहा, जनता के काम कर्तव्य की भावना से किए जाने चाहिए, मजबूरी से नहीं. अगर हर काेई अपनी कर्तव्यनिष्ठा काे जीवित रखे, ताे जनता दरबार की काेई ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी. नाइक ने ज़ाेर देकर कहा कि सामूहिक ज़िम्मेदारी और समर्पण की भावना से जनसेवा की गति में काफी सुधार हाे सकता है.