लोकमान्य फेस्टिवल द्वारा महिला पत्रकार ‌‘नवदुर्गा' के रूप में सम्मानित

कोजागिरी पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर उत्साह और सांस्कृतिक माहौल में कार्यक्रम संपन्न

    09-Oct-2025
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vdvs
नवी पेठ, 8 अक्टूबर (आ.प्र.)

इस वर्ष, ‌‘पुणे लोकमान्य फेस्टिवल' ने पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं को ‌‘नवदुर्गा पुरस्कार' से सम्मानित किया. समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं को सम्मानित करने, समाज में उनके योगदान को आगे बढ़ाने और नई पीढ़ी को प्रेरित करने के उद्देश्य से, यह पुरस्कार समारोह कोजागिरी पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर लोकमान्यनगर स्थित जॉगिंग पार्क में बड़े उत्साह और सांस्कृतिक माहौल में आयोजित किया गया. इस समारोह में पत्रकारिता, सामाजिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया. पुणे लोकमान्य महोत्सव के संस्थापक अध्यक्ष एड. गणेश सातपुते, महोत्सव के अध्यक्ष डॉ. नरेश मित्तल, आयोजन प्रमुख महेश महाले, संयोजक शुभांगी सातपुते ने महिला पत्रकारों को पुरस्कार प्रदान किए. कार्यक्रम में कल्पना खरे (केसरी), सारिका रोजेकर (राष्ट्र संचार), प्रज्ञा केलकर-सिंह (पुढारी), मेधा पालकर (सामना), श्रद्धा सिदीड़ (महाराष्ट्र टाइम्स), शिवानी पांढरे (एबीपी न्यूज), रीना महामुनि (सकाळ), अंकिता कोठारी (लोकमत) और सोनाली गायकवाड़ (पोलीसनामा) को सम्मानित किया गया. एड. गणेश सातपुते ने कहा कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है. महिला पत्रकार निडरता से अपना काम कर रही हैं. उन्हें नवदुर्गा के रूप में सम्मानित करना हमारे लिए गौरव की बात है. डॉ. नरेश मित्तल ने महिला पत्रकारों की सामाजिक जिम्मेदारी की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि महिला पत्रकार समाज के कई मुद्दों पर निडरता से लिख रही हैं. उनका काम आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है. लोकमान्य फेस्टिवल के माध्यम से हर साल समाज के विभिन्न क्षेत्रों की नवदुर्गा महिलाओं को सम्मानित किया जाता है. संयोजक शुभांगी सातपुते ने कहा कि इस वर्ष यह सम्मान महिला पत्रकारों को समर्पित करके समाज में महिलाओं की भूमिका पर एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है.