15 दिनों में साेने-चांदी की कीमतों में 10 प्रतिशत से अयादा बढ़ोतरी

सोना प्रति दस ग्राम 1.25 लाख तथा चांदी 1.61 लाख प्रति किलो पर पहुंची; वैश्विक अस्थिरता का असर

    15-Nov-2025
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शिवाजीनगर, 14 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

पिछले एक पखवाड़े में सोने और चांदी की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. नतीजतन, उपभोक्ताओं को 10 ग्राम सोने के लिए 1.25 लाख रुपये (प्लस 3 प्रतिशत जीएसटी) और 1 किलोग्राम चांदी के लिए 1.61 लाख रुपये (प्लस 3 प्रतिशत जीएसटी) चुकाने पड़ रहे हैं. विश्लेषकों का कहना है कि दोनों धातुओं की कीमतों में वृद्धि वैेिशक अस्थिरता सहित कई अन्य कारकों के कारण है. अमेरिका में सबसे लंबा चला हुआ 43 दिनों का शटडाऊन खत्म हो गया है. अब फेडरल रिजर्व द्वारा इस नुकसान की भरपाई के लिए अतिरिक्त पूंजी उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए ब्याज दरों में कटौती की भी संभावना है. ऐसे में बढ़ती महंगाई के कारण वैेिशक बाजार में सुरक्षित निवेश के रूप में सोने का आकर्षण बढ़ रहा है. साथ ही कुछ अन्य महत्वपूर्ण कारकों की वजह से पिछले कुछ दिनों में विभिन्न कारणों से सोने और चांदी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. पुणे के सराफा बाजार में शुक्रवार (14 नवंबर) को सुबह सोने की कीमतें मामूली गिरावट के साथ 1,25,500 (प्लस 3 प्रतिशत जीएसटी) रुपये पर आ गई. वहीं चांदी की कीमत में भी गुरुवार के मुकाबले 4,000 रुपये की गिरावट आई और इसकी कीमत 1,61,000 रुपये (प्लस 3 प्रतिशत जीएसटी) रही. शुक्रवार शाम सोने के भाव 1,23,500 रुपये तथा चांदी की कीमत 1,56,500 रूपये रहे.पिछले 17 दिनों पर गौर करें तो सोने की कीमत में करीब 9,000 रुपये और चांदी की कीमत में 20,000 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. गौरतलब है कि 28 अक्टूबर 2025 को सोने की कीमत 1,17,300 रुपये (जीएसटी छोड़कर) प्रति 10 ग्राम और चांदी की कीमत 1,42,300 रुपये (जीएसटी छोड़कर) प्रति किलोग्राम थी. विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरों में होने वाली कटौती के कारण डॉलर तेजी से कमजोर हो रहा है. दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर का मूल्य दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक इस समय 99.30 पर है. विश्लेषकों ने बताया है कि डॉलर के कमजोर होने से सोने की कीमतें बढ़ रही हैं. फिलहाल, चांदी की कीमतों में सोने से अयादा तेजी आने की अनुकूल परिस्थितियां हैं. वैेिशक बाजार में सोने की कीमतें 4,200 डॉलर प्रति औंस और चांदी की कीमतें 52 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रही हैं. यानी पिछले पंद्रह दिनों में दोनों धातुओं की कीमतों में दस प्रतिशत से अयादा की बढ़ोतरी हुई है. चांदी की कीमतों में वृद्धि के विभिन्न कारण अमेरिका में ब्याज दरों में कमी की संभावना है. इसके साथ ही, मांग की तुलना में चांदी की आपूर्ति कम होने के कारण चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो रही है. औद्योगिक क्षेत्र से चांदी की मांग में वृद्धि जारी रहेगी. अमेरिका ने चांदी को दुर्लभ मृदा खनिज क्षेत्र में शामिल कर लिया है. इसलिए, अन्य देश भी बड़ी मात्रा में चांदी खरीदने का प्रयास कर रहे हैं. नए युग के उद्योगों जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, सेमीकंडक्टर आदि में चांदी के बढ़ते उपयोग के कारण चांदी की मांग बढ़ रही है.  
 
सोने की कीमत में तेजी का कोई विकल्प नहीं

 इस समय सोने-चांदी की कीमतों में तेजी के बारे में कुछ भी अनुमान लगाना मुश्किल है. यह सब वैेिशक घटनाक्रमों पर निर्भर करता है. इस समय वैेिशक अस्थिरता की स्थिति है. इसका असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ता है. हालांकि, इस सारी अस्थिरता के बीच एक सच्चाई बनी हुई है, वह यह कि सोने की कीमत बढ़ने वाली है. सोने की कीमत में तेजी का कोई विकल्प नहीं है. इसलिए, मेरी हर ग्राहक को यही सलाह है कि अगर आप आज सोना खरीदने जा रहे हैं, तो कल उसे बेचने के बारे में सोचें भी नहीं. इसके बजाय, 3 से 5 साल का समय दें. इसके अलावा, जब भी कीमत गिरे, सोना खरीदते रहें. यह आपके फायदे में है. - संगीता ललवाणी, निदेशक, गोल्ड मार्ट  
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दोनों में साफ दिखाई दे रही तेजी

दिवाली के बाद दोनों धातुओं की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद थी. लेकिन, अगर लंबी अवधि में देखें, तो दोनों में तेजी साफ दिखाई दे रही है. डॉलर पर निर्भरता कम करना, रूस और यूक्रेन में युद्ध को लेकर नए घटनाक्रम, कीमतों में उतार-चढ़ाव में कुछ हद तक स्पेक्युलेशन भी देखी जा रही है. भारत में दिवाली का त्यौहार उत्साह के साथ मनाया गया. अब अगले कुछ महीनों तक शादी-ब्याह के समारोह होने वाले हैं. इसके लिए सोने की खरीदारी चल रही है. इस साल 45 लाख शादी-ब्याह समारोह होने की उम्मीद है. फिलहाल 90 प्रतिशत चांदी का इस्तेमाल औद्योगिक उद्देश्यों के लिए होता है. इसलिए, अनुमान है कि मार्च 2026 तक कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी. हालांकि, चूंकि सोने और चांदी की कीमतें लगातार अस्थिर रहती हैं, इसलिए यह देखा जा रहा है कि इसका असर उपभोक्ताओं की मानसिकता पर पड़ रहा है. - वास्तुपाल रांका, निदेशक, रांका ज्वेलर्स, कर्वे रोड
 
 
 
 
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