बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना काे फांसी की सजा

    18-Nov-2025
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sheikh 
 
ट्रिब्यूनल ने अपने फैसले में कहा - जब शेख हसीना प्राइम मिनिस्टर थीं, उन्हाेंने छात्र आंदाेलन काे कुचलने की काेशिश की. शेख हसीना ने सुरक्षाबलाें काे गाेली चलाने का हु्नम दिया. निर्दाेष निहत्याेंयाें का कत्लेआम कराया.साथ ही सुरक्षाकर्मियाें पर आंदाेलन कुचलने का दबाव भी डाला. उन्हाेंने देश में खून-खराबे और अरबाें की सम्पत्ति का नुकसान कर मानवता के खिलाफ अक्षम्य अपराध किया. ट्रिब्यूनल के इस फैसले पर शेख हसीना ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा- यह फैसला पक्षपातपूर्ण और राजनीति से प्रेरित है. जाे निर्णय किया गया है, वह बदले की भावना से किया गया है.बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने भारत से कहा है कि वह शेख हसीना का प्रत्यर्पण करे. फांसी की सजा सही है. देश में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.दंगाईयाें काे देखते ही गाेली मारने के आदेश दिये गये हैं.
 
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ चल रहे एक मामले पर साेमवार काे ढाका स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल-बांग्लादेश) की तरफ से फैसला सुनाया गया. ट्रिब्यूनल ने शेख हसीना काे मानवता के खिलाफ अपराध का दाेषी ठहराते हुए कहा कि वे अधिकतम सजा की हकदार हैं. इसी के साथ न्यायाधिकरण ने उन्हें माैत की सजा सुनाई.गाैरतलब है कि शेख हसीना इस वक्त भारत में हैं. उन्हाेंने ट्रिब्यूनल में मामले की सुनवाई के दाैरान कहा था कि उन पर लगे सभी आराेप झूठे और बेबुनियाद हैं और वे ऐसे फैसलाें की परवाह नहीं करतीं.आईसीटी के फैसले से पहले अपने समर्थकाें काे जारी एक ऑडियाे संदेश में हसीना ने कहा था कि माेहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार उनकी पार्टी काे खत्म करना चाहती है. हसीना ने कहा था कि यह इतना भी आसान नहीं है. आवामी लीग जमीन से उठी पार्टी है.
 
बता दें कि अभियाेजन पक्ष की तरफ से हसीना काे मानवता के खिलाफ अपराध के आराेपाें से जुड़े इस केस में माैत की सजा देने की मांग की गई है. ऐसे में अगर काेर्ट का फैसला शेख हसीना के खिलाफ आता है ताे बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़कने की आशंका है. इस बीच माेहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने देशभर में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. उधर ढाका पुलिस के कमिश्नर शेख माेहम्मद सज्जात अली ने पुलिसकर्मियाें काे निर्देश दिया है कि अगर काेई बसाें काे आग लगाने की काेशिश करे या क्रूड बम फेंके, ताे उन पर गाेली चलाई जाए.पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, संवेदनशील इलाकाें में अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं और गश्त-टीमाें काे स्टैंडबाय पर रखा गया है.गाैरतलब है कि पिछले हफ्ते देशभर में लगभग 40 आगजनी की घटनाएं (ज्यादातर बसाें काे निशाना बनाकर) और दर्जनाें बम विस्फाेट हुए. इनमें दाे लाेगाें की माैत भी हुई थी.