श्रीगुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी शताब्दी मनाई

कैंप स्थित गुरुद्वारा गुरू नानक दरबार में हुए भजन, कीर्तन और कथा के कार्यक्रम

    27-Nov-2025
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पुणे, 26 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

कैंप स्थित गुरुद्वारा गुरू नानक दरबार में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की 350वीं शहादत शताब्दी बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई. इस अवसर पर तीन दिन तक सुबह और शाम के दीवानों में कीर्तन, कथा, और गुरमत विचार के कार्यक्रम आयोजित किए गए. हजारों श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर उन महान शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने सच्चाई, मानवाधिकार और धर्म की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. गुरु तेग बहादुर जी ने सिद्ध किया कि सत्य के लिए डटकर खड़ा होना ही सच्ची आध्यात्मिकता है. इस आयोजन से पूर्व गुरुद्वारा साहिब द्वारा कई धार्मिक और शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित कए गए, जिनमें 350 से अधिक सहज पाठ, 660 प्रतिभागियों ने कीर्तन, दस्तार, ड्राइंग तथा अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लिया, 105 प्रतियोगियों ने गुरु तेग बहादुर जी की शिक्षाओं पर आधारित क्विज में भाग लिया, 150 से अधिक कैलीग्राफी प्रविष्टियां प्राप्त हुईं तथा 20 वक्ताओं ने गुरमत संगोष्ठी में अपने विचार रखे. विशेष रूप से, 10 प्रतिभागियों ने गुरु तेग बहादुर जी की संपूर्ण बाणी कंठस्थ की, जिनकी आयु 9 वर्ष से 64 वर्ष तक थी, और एक नन्हे बच्चे ने भी 2 श्लोक याद कर प्रस्तुत किए. संगत द्वारा प्रबंधक समिति और धर्म प्रचार समिति के सेवादारी दृष्टिकोण की सराहना की गई.सहभागी बच्चों और युवाओं को प्रोत्साहित करने हेतु चांदी के सिक्के, ट्रॉफी, बैग, डायरी, स्टेशनरी और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. इन प्रेरणादायी आयोजनों ने संगत में एकता को दृढ़ किया, गुरबाणी के प्रति प्रेम को बढ़ाया तथा गुरु तेग बहादुर साहिब जी द्वारा दर्शाए अदम्य साहस, मानवता और करुणा के संदेश को पुनः स्मरण कराया.