बच्चे के साथ मां का भी जन्म हाेता है !

    28-Nov-2025
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Health 
 
अभी पश्चिम में वैज्ञानिक कहते हैं, जल्दी ही टेस्ट-टयूब में बच्चे हाेने लगेंगे, ताकि स्त्रियाें काे इतनी झंझट न उठानी पड़े. यह हाेगा. यह बीस वर्षाें के भीतर हाेगा. यह तुम्हारे सामने हाेगा. क्याेंकि स्त्रियाें काे एक बार पता हाे गया कि बच्चे टेस्ट-ट्यूब में पैदा हाे सकते हैं, ताे जैसे ही मां के पेट में गर्भधारण हाेगा, उसके अंडे काे निकालके टेस्ट-ट्यूब में रख दिया जायेगा. िफर वैज्ञानिक उसकी िफक्र कर लेंगे अस्पताल में. यह मां काे नाै महीने की उपद्रव, परेशानी, कठिनाई, पीड़ा यह सब बच जायेगी.यह सब ताे बच जायेगी, लेकिन मां भी पैदा न हाेगी.जरा साेचाें! तुम्हारा बच्चा टेस्ट-ट्यूब में पैदा हुआ, ताे वाे तुम्हारा है या किसी दूसरे का है, क्या फर्क पड़ता है? टेस्ट-ट्यूब अगर बदल गयी हाे भूल-चूक से क्लर्काें की, ताे तुम्हें कभी पता भी न चलेगा कि तुम्हारा है या किसी और का है! भेद ही क्या है? िफर गणित का ऐसा विस्तार हाेता है.
 
िफर वैज्ञानिक कहते हैं कि जरूरी क्याें हाे कि तुम्हारे ही वीर्याणु से तुम्हारा बच्चा पैदा हाे. अच्छे वीर्याणु मिल सकते हैं. यह बात सच है. आदमी जब बीज बाेता है, खेती करता है, ूल लगाता है, ताे अच्छे-सेअच्छे बीज चुनता है. तुम अपना बच्चा ैदा करना चाहते हाे, अच्छे-से-अच्छे बीज चुनाे. तुमसे बेहतर बीज मिल सकते हैं. ताे जल्दी ही, आज नहीं कल जैसे ूलाें की दुकानाें पर बीज पैकेट में मिलते हैंं, वैसे आज नहीं कल वैज्ञानिक बच्चाें के वीर्याणु पैकटाें में बेचने लगेंगे. उसकी पूरी याेजनाएं तैयार हैं. इतना ही नहीं, जैसे फ ूल के पैकेट पर ूल की तस्वीर बनी हाेतीहै कि कैसा ूल हाेगा जब ूल हाेगा जब ूल हाेगा,बच्चे की तस्वीर भी बनी हाेगी कि कैसा बच्चा हाेगा.
 
ताे तुम चुनाव कर सकते हाेः कैसी आंख चाहिए, कैसे बाल चाहिए, कैसा चेहरा चाहिए, कितनी ऊंचाई चाहिए, लड़का चाहिए, लड़की चाहिए, वैज्ञानिक, कवि-तुम क्या चाहते हाे? लेकिन तब एक बात पक्की हैः सब ठीक हाे जायेगा; बच्चा तुम्हारा नहीं हाेगा. मां बनने से पिता बनने से तुम वंचित रह जाओगे.यह हाेनेवाला है, क्याेंकि आदमी तकलीाें से बहुत डरने लगा है. ताे जहां- जहां सुविधा मिले, सब स्वीकार कर लेता है. अगर सुविधा के कारण जीवन भी गंवा दे ताे भी हर्ज नहीं, लेकिन सुविधा चाहिए.तप का अर्थ हैः जीवन संघर्षाें से गुजरता है, तूान भी आते हैं, कठिनाइयां भी हैं- उनकाे स्वीकार करना. उनकाे शांत भाव से स्वीकार कर लेना, ताे तुम्हारे जीवन में धीरेधीरे शुद्धि निखरेगी आत्मा प्रगाढ़ हाेगी. तुम केन्द्रित बनाेगे, आत्मवान बनाेगे.