पेंटिंग्स से अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के माध्यम से धन जुटाया

दुर्लभ मस्तिष्क बीमारी से पीड़ितों की डॉ. जयदेव पंचवाघ द्बारा सहायता

    05-Nov-2025
Total Views |
 
 
vdv
डेक्कन, 4 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

पुणे स्थित प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. जयदेव पंचवाघ ने अपनी पेंटिंग्स बेचकर ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया और हेमीफेशियल पपाअम से पीड़ित रोगियों के लिए धन जुटाया है. डॉ. पंचवाघ की पेंटिंग मफायरिंग लाइन्सफ को दुनिया भर में प्रशंसा मिली है. डॉ. पंचवाघ की कला प्रदर्शनी को विदेशों में भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. सितंबर में जर्मनी में भी उनकी पेंटिंग्स प्रदर्शित हुई थी. सह्याद्री सुपर स्पेशालिटी अस्पताल (डेक्कन जिमखाना) में कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ. जयदेव पंचवाघ ने प्रकृति से प्रेरित पेंटिंग की अपनी यात्रा पांच साल पहले शुरू की थी. एक व्यक्तिगत जुनून के रूप में शुरू हुई यह यात्रा अब 60 से अधिक पेंटिंग्स के एक आकर्षक संग्रह में बदल गई है. इस संग्रह को हाल ही में मुंबई में अंतर्राष्ट्रीय न्यूरोसर्जरी सम्मेलन में प्रदर्शित किया गया था. मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की जटिल सर्जरी के लिए जाने जाने वाले प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. जयदेव पंचवाघ के लिए, कला की यह अवधारणा सीधे मानव मस्तिष्क तक फैली हुई है. सर्जरी के दौरान, खोपड़ी के अंदर, मस्तिष्क की गहरी संरचनाओं और खांचों में प्रकाश और छाया के खेल को देखकर उन्हें प्रेरणा मिली. डॉ. पंचवाघ ने कहा, मैं पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक प्रकाश चित्रकला में लगा हुआ हूं. इसी दौरान मैं अपने दैनिक शल्य चिकित्सा कार्यों में प्रकाश की ओर आकर्षित हुआ. चित्रकला तस्वीरों की तुलना में मानव मन से अधिक गहराई से जुड़ती है. कला मानव मन की सहज सौंदर्य-पिपासा को संतुष्ट करती है. इसी कारण से, चित्रकला फोटोग्राफी के युग में भी जीवित रही है.