बॉस्टन, मैसाचुसेट्स (अमेरिका), 5 नवंबर (वि.प्र.) बॉस्टन ग्लोबल फोरम और एआई वर्ल्ड सोसाइटी ने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर को 2025 ‘वर्ल्ड लीडर फॉर पीस एंड सिक्योरिटी अवॉर्ड' से सम्मानित किया. यह सम्मान उन्हें वैेिशक शांति, मेल-मिलाप और मानवीय नेतृत्व में असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया गया. यह पुरस्कार अपनी दसवीं वर्षगांठ (2015-2025) भी मना रहा है, जिसके पूर्व विजेताओं में शिंजो आबे, एंजेला मर्केल, बान की-मून, सॉली निनिस्टो, वोलोदिमिर जेलेंस्की और इमैनुएल मैक्रों जैसे वैेिशक नेता शामिल हैं. फोरम ने कहा कि गुरुदेव ने 21वीं सदी में शांति को आंतरिक संतुलन, अंतर-धार्मिक संवाद और नैतिक तकनीक से जोड़कर नई परिभाषा दी है. उन्हें निष्पक्ष और निर्मल सेतु-निर्माता कहते हुए फोरम ने कोलंबिया, इराक, श्रीलंका, म्यांमार और कश्मीर में उनके शांति प्रयासों को रेखांकित किया, जहाँ उन्होंने संवाद और करुणा के माध्यम से विरोधी पक्षों को जोड़ा. कोलंबिया में उनके हस्तक्षेप ने सरकार और एफआरसी के बीच 52 वर्षीय संघर्ष समाप्त करने में भूमिका निभाई्. गवर्नर माइकल डुकाकिस और बीजीएफ के सीईओ गुयेन आन्ह तुआन ने कहा कि गुरुदेव पूर्व की प्रज्ञा और पश्चिम के नवाचार को जोड़ने वाले आध्यात्मिक प्रकाशपुंज हैं, जिनके कार्य एआई के युग में नैतिक साहस का उदाहरण हैं. उन्होंने शांति को एक विचार नहीं, बल्कि करुणा, क्षमा और समझ पर आधारित जीवनशैली के रूप में स्थापित किया है. आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने सुदर्शन क्रिया जैसी तकनीकों से तनाव कम करने और भावनात्मक संतुलन बढ़ाने के उपाय सिखाए्. इस संस्था ने 8 लाख से अधिक कैदियों का पुनर्वास किया, 70 नदियों का पुनर्जीवन किया और 1,300 निशुल्क विद्यालयों में एक लाख से अधिक वंचित बच्चों को शिक्षा दी. अपने स्वीकृति भाषण में गुरुदेव ने कहा, शांति केवल शब्दों से नहीं आती, इसे कर्म में बदलना होगा. हम सुरक्षा पर जितना ध्यान देते हैं, शांति पर उतना नह्ीं. आज समाज में फैले अवेिशास और पीड़ा को दूर करने के लिए नैतिक और आध्यात्मिक बल आवश्यक है.
श्री श्री रवि शंकर दिवस घोषित यह सम्मान भारत की आध्यात्मिक परंपरा और वेिशगुरु की भूमिका को पुनः सशक्त करता है. हाल ही में उनके उत्तर अमेरिका दौरे में कई शहरों ने 18 से 20 अक्टूबर 2025 को गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर दिवस घोषित किया. पोर्टलैंड में आयोजित ऐतिहासिक शांति ध्यान कार्यक्रम में 1,300 से अधिक लोगों ने भाग लिया. बॉस्टन ग्लोबल फोरम और एआई वर्ल्ड सोसाइटी ने घोषणा की है कि गुरुदेव आने वाली वर्ल्ड लीडर स्पिरिट संगोष्ठी और कॉन्सर्ट में अंतर-धार्मिक संवाद और नैतिक नेतृत्व के मार्गदर्शक स्वर होंगे.