पुणे, 6 नवंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
प्रतियोगिता का अर्थ ही है जीत और हार. लेकिन इन बातों पर ध्यान न देकर अपने सर्वोत्तम खेल पर ध्यान केंद्रित करें, ऐसा प्रतिपादन केंद्रीय सहकार और ना- गरी विमानन राज्यमंत्री तथा पुणे के सांसद मुरलीधर मोहोल ने किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘फिट इंडिया' संकल्पना के अंतर्गत पुणे में आयोजित ‘सांसद खेल महोत्सव' यानी सांसद क्रीड़ा महोत्सव की टेबल टेनिस प्रतियोगिता का उद्घाटन डेक्कन जिमखाना में हुआ. इस अवसर पर बोलते हुए मोहोल ने कहा, मैं भी एक समय खिलाड़ी था. खिलाड़ियों को क्या आवश्यक होता है, यह मुझे भलीभांति ज्ञात है. लेकिन खिलाड़ियों को अपने सर्वोत्तम खेल पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. जब आप अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं तो सफलता अपने आप मिलती है. पराजय से सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए. यह समझना जरूरी है कि कहां गलती हुई और भविष्य में उसे दोहराने से बचने के लिए मेहनत करनी चाहिए. खेल कोई भी हो, मेहनत का कोई विकल्प नहीं है. उद्घाटन समारोह में विभिन्न आयु वर्ग के युवक-युवतियों की उत्साही भागीदारी देखकर मोहोल प्रभावित हुए. उन्होंने खिलाड़ियों से व्यक्तिगत संवाद साधा, प्रतियोगियों का मनोबल बढ़ाया और कई खिलाड़ियों से उनकी अपेक्षाएं, कठिनाइयां तथा प्रशिक्षण से जुड़ी जरूरतें जानीं. साथ ही समस्याओं को दूर करने का ओशासन भी दिया. मोहोल ने कहा कि इस पूरी प्रतियोगिता के दौरान युवा वर्ग में दिखाई दे रही ऊर्जा, अनुशासन और प्रतिस्पर्धात्मक भावना निश्चित ही संतोषजनक है. इस उद्घाटन अवसर पर पुणे पुलिस उपायुक्त संदीप भाजीभाकरे, शिवछत्रपति पुरस्कार विजेता सुनील बाबरस, मॉडर्न कॉलेज की प्राचार्य डॉ. निवेदिता एकबोटे, प्रकाश तुलपुले, सांसद क्रीड़ा ट्रॉफी के समन्वयक मनोज एरंडे, शैलेश तिलक, राजीव बोडस, श्रीराम कोणेकर, स्मिता बोडस, अजय शिंदे, मोहन उसगावकर, श्रीकांत अंतुरकर, राष्ट्रीय खिलाड़ी सन्मय परांजपे, शिवछत्रपति पुरस्कार विजेता रोहित चौधरी, सुजाता बाबरस, अश्लेषा बोडस, सोनिया देशपांडे, रवींद्र सालेगांवकर, सुनील पांडे, शैलेश बड़दे, संयोजक किरण ओरसे, सौरभ कुंडलिक, सागर परदेशी, अर्चना सोनवणे, ईेशर बनपट्टे, अपूर्व सोनटक्के, लताताई धायगुडे, अपर्णा कुऱ्हाडे, अजय दुधाने, हेमंत डाबी, सुजित गोटेकर, प्राजक्ता डांगे, प्रीती शहा और सचिन मानवतकर सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे.