लाखाेें बाेतल कफ सिरप बेचने वाला आखिर गिरफ्तार कर लिया गया. तस्करी करने वाले मास्टरमाइंड भाेला जायसवाल काे पुलिस ने काेलकाता में पकड़ा. वह विदेश भागने की फिराक में था. काेडीन युक्त कफ सिरप की देशव्यापी तस्करी में शामिल मास्टरमाइंड भाेला प्रसाद जायसवाल काे साेनभद्र पुलिस ने काेलकाता से आखिरकार गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है.
तस्करी गिराेह का सरगना और कुख्यात ड्रग माफिया शुभम जायसवाल का पिता भाेला प्रसाद लंबे समय से पुलिस की रडार पर था. वाे विदेश भागने की काेशिश कर रहा था, उसे काेलकाता से ट्रांजिट रिमांड पर साेनभद्र लाया जा रहा है. साेनभद्र पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के निर्देश पर गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) और एसओजी की टीम काे इस ऑपरेशन में सफलता मिली.
टीम नेकाेलकाता में उस समय भाेला काे दबाेचा जब वह पासपाेर्ट बनवाकर अंतिम तैयारी में जुटा था. भाेला प्रसाद मूल रूप से वाराणसी के कायस्थ टाेला, प्रहलाद घाट का निवासी है. 18 अ्नटूबर 2025 काे साेनभद्र में दाे कंटेनराें से 1,19,675 काेडीन युक्त कफ सिरप की बाेतलें बरामद की गई थीं. इसके बाद सूचना के आधार पर गाजियाबाद में संयुक्त छापेमारी कर चार ट्रकाें से भारी मात्रा में कफ सीरप और 20 लाख रुपये नकद भी जब्त किए गए थे. इसी कड़ी में भाेला प्रसाद की भूमिका सामने आई.जांच में पता चला कि भाेला प्रसाद रांची स्थित मेसर्स शैली ट्रेडर्स के माध्यम से फर्जी बिलिंग कराता था. एसआईटी ने भदाेही, चंदाैली, वाराणसी और साेनभद्र में लगभग 25 कराेड़ रुपये के फर्जी लेनदेन का खुलासा किया. जांच में शामिल कई फर्में केवल कागजाें पर पाई गईं और संबंधित बैंक खाताें काे फ्रीज कर दिया गया.