15 लाख 72 हज़ार कराेड़ रुपये में से 5 लाख कराेड़ रुपये अकेले विदर्भ में इन्वेस्ट हुए हैं. एमओयू न सिर्फ साइन हुए हैं बल्कि लागू भी हुए हैं. देश के कुल इन्वेस्टमेंट का 31 परसेंट अकेले महाराष्ट्र में आया है. अगर विदर्भ के डेवलपमेंट और इन्वेस्टमेंट पर गाैर करें ताे गड़चिराेली इन्वेस्टमेंट के लिए एक नया मैग्नेट बन रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि अब सबसे ज़्यादा इन्वेस्टमेंट गड़चिराेली में हाे रहा है.महाराष्ट्र विधानसभा का अगला सत्र साेमवार, 23 फरवरी, 2026 काे मुंबई में हाेगा.वे शीतकालीन सत्र के आखिरी हफ्ते की चर्चा में बाेल रहे थे. इस माैके पर मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र और विदर्भ मराठवाड़ा में इन्वेस्टमेंट की जानकारी देते हुए कहा कि मिहान में 31 कंपनियां काम कर रही हैं.
जबकि 22 और कंपनियां शुरू हाे रही हैं और मिहान देश का ऐसा सेंटर बन गया है कि आईटी सेक्टर की सभी बड़ी छह कंपनियां वहीं हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राेज़गार के बड़े माैके बनेंगे.स्पेस और डिफेंस मटेरियल मैन्युफैक्चरिंग में 20,000 कराेड़ का इन्वेस्टमेंट किया गया है. इससे 15 से 20,000 नाैकरियां पैदा हाेंगी. साेलर माॅडल में विदर्भ देश में नंबर वन हाेगा. इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग में छत्रपति संभाजीनगर और मराठवाड़ा में 50,000 कराेड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया गया है. इससे अब 50-60,000 नाैकरियां पैदा हाेंगी. बहुत से लाेग मानते हैं कि मिहान, नागपुर में काेई नाैकरी नहीं है. हालांकि, मैं आपकाे बता दूं कि मिहान में 31 कंपनियां चल रही हैं. जबकि 22 और कंपनियां शुरू हाे रही हैं और मिहान देश का ऐसा सेंटर बन गया है कि आईटी सेक्टर की सभी बिग सिक्स कंपनियां वहीं हैं.
इसके साथ ही, मिहान में अब सीधे और इनडायरेक्टली 1 लाख 27 हजार 225 लाेगाें काे नाैकरी मिलेगी. फडणवीस ने यहभी बताया है कि एयरपाेर्ट बढ़ाने का काम भी शुरू हाे गया है. मुख्यमंत्री फडणवीस ने रविवार काे शीतकालीन सत्र के अंतिम सप्ताह के प्रस्ताव पर चर्चा में बाेलते हुए यह जानकारी दी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने महाराष्ट्र, विदर्भ और मराठवाड़ा में निवेश के बारे में जानकारी देते हुए कहा.जब महाराष्ट्र में महायुति सरकार सत्ता में आई, ताे हमने महाभारती स्कीम शुरू की. इसके मुताबिक, पिछले 3 सालाें में हमने 1 लाख 20 हज़ार लाेगाें काे सरकारी नाैकरी दी है. अगले दाे सालाें में हमारी सरकार इतनी ही नाैकरियां देगी. इसलिए, हमने महाराष्ट्र के इतिहास में सबसे बड़ी भर्ती की है, ऐसा मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा.