जैतून के तेल का प्रयाेग भाेजन में किया जाता है. इसके साथ ही यह अनेक प्रकार की है. आंताें काे दृढ़ता प्रदान करने के लिए जैतून के तेल से उत्तम काेई दवा नहीं.इसका प्रयाेग सूजन काे दूर करने के लिए भी किया जाता है. आंताें के अंदरूनी जख्माें और छालाें के लिए इसका प्रयाेग बहुत ही लाभदायक है. पेट के कीड़ाें काे भी यह जड़ से समाप्त कर देता है. साथ ही जैतून का तेल बवासीर, बलगम की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है.दुर्बल और कमजाेर बच्चाें के लिए जैतून के तेल की मालिश बहुत लाभदायक रहती है. यह त्वचा काे नरम और चिकनी बनाता है. जैतून का तेल आंखाें में लगाने से आंखाें की राेशनी तीव्र हाेती है.
जिन व्यक्तियाें काे आंखाें से पानी बहता है, वे यदि जैतून का तेल नियमित प्रयाेग करें ताे उन्हें शीघ्र ही इस समस्या से छुटकारा प्राप्त हाे जायेगा.माेतियाबिंद के मरीज यदि जैतून के तेल का प्रयाेग करें ताे उन्हें काी लाभ मिलता है. जैतून के तेल की मालिश से सर्दी का प्रभाव जाता रहता है. जैतून के तेल में शहद और नींबू के चंद कतरे मिलाकर चेहरे पर मलने से चेहरे की त्वचा का रंग निखर जाता है. बालाें में जैतून का तेल लगाने से रूसी दूर हाे जाती है.साथ ही इसका प्रयाेग बालाें काे गिरने से भी राेकता है. साेते समय पलकाें पर इसकी मालिश करने से पलकें घनी और लंबी हाे जाती हैं. जैतून का तेल दांताें व मसूड़ाें के लिए बेहद लाभदायक है.