जाॅर्डन के उद्याेगपति भारत में निवेश कर लाभ कमाएं. यह प्रतिपादन मंगलवार काे प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने किया. वे अम्मान में आयाेजित इंडिया-जाॅर्डन में आह्वान करते हुए कहा-भारत जाॅर्डन का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदान है, हमें पुराने संबंधाें काे नई ऊंचाई देनी हाेगी. उन्हाेंने कहा कि व्यापारकाराेबार के क्षेत्र में नए अवसर तलाशने हाेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने जाॅर्डन के किंग अब्दुल्ला से हुसैनिया पैलेस (महल) में मुलाकात की है. हुसैनिया पैलेस पहुंचने पर पीएम का औपचारिक स्वागत किया गया. दाेनाें नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक भी की. माेदी ने बैठक में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत और जाॅर्डन की साेच एक जैसी है. उन्हाेंने गर्मजाेशी भरे स्वागत के लिए किंग अब्दुल्ला का आभार जताया.
साथ ही उन्हाेंने उर्वरक और डिजिटल तकनीक में सहयाेग बढ़ाने की बात कही. किंग अब्दुल्ला ने पीएम के दाैरे के दाैरान हुए समझाैताें और चेणफी पर खुशी जताई. उन्हाेंने कहा कि इन समझाैताें से दाेनाें देशाें के बीच सहयाेग और मजबूत हाेगा और साझेदारी के नए रास्ते खुलेंगे. किंग अब्दुल्ला ने कहा कि झच् माेदी की यात्रा भारत और जाॅर्डन के बीच दशकाें पुरानी दाेस्ती, आपसी सम्मान और सार्थक सहयाेग काे दिखाती है. भारतजाॅर्डन के बीच मंगलवार काे बिजनेस फाेरम की बैठक हाेगी. इस बैठक में दाेनाें देशाें के व्यापारी सहयाेग, बिजनेस-टू-बिजनेस साझेदारी और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे. माेदी और किंग फाेरम की बैठक काे संबाेधित कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी की जाॅर्डन यात्रा के दाैरान किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन के साथ हुई बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (छड) अजित डाेभाल भी शामिल हुए्.
बैठक में द्विपक्षीय संबंधाें के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा से जुड़े मुद्दाें पर भी चर्चा हुई्. किंग अब्दुल्ला ने पीएम के दाैरे के दाैरान हुए समझाैताें और चेणफी पर खुशी जताई्. उन्हाेंने कहा कि इन समझाैताें से दाेनाें देशाें के बीच सहयाेग और मजबूत हाेगा और साझेदारी के नए रास्ते खुलेंगे.किंग अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें कल हाेने वाले जाॅर्डनभारत बिजनेस फाेरम से भी काफी उम्मीदें हैं. यह मंच दाेनाें देशाें के काराेबारियाें के बीच सीधा सहयाेग, बिजनेस-टू-बिजनेस साझेदारी और अहम क्षेत्राें में संयुक्त निवेश की संभावनाओं पर चर्चा का माैका देगा. उन्हाेंने कहा कि यह फाेरम ऐसे अहम समय पर हाे रहा है, जब व्यापार बढ़ाने, निवेश काे प्राेत्साहित करने और दाेनाें देशाें के बीच मजबूत रिश्ते बनाने की जरूरत है.