बावधन, 1 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) निरंतरता, ईमानदारी और सकारात्मक दृष्टिकोण ही छात्रों की सर्वांगीण प्रगति के प्रमुख आधार हैं. सही मूल्य और जीवनक ौशल अपनाने से विद्यार्थी शिक्षा के साथ-साथ जीवन में भी उच्चतम सफलता प्राप्त कर सकते हैं. सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि फार्मेसी क्षेत्र तेजी से बदल रहा है. फार्मासिस्ट के रूप में आपका ज्ञान समाज के लिए कितना उपयोगी है, यही आपकी असली सफलता तय करेगा. इसलिए नौकरी लेने से अधिक देने वाले बनें, यही सफल जीवन का सच्चा मंत्र है. वे सूर्यदत्त फार्मेसी के इंडक्शन कार्यक्रम में बोल रहे थे. सूर्यदत्त कॉलेज ऑफ फार्मेसी, हेल्थकेयर एंड रिसर्च की ओर से बी.फार्म और डी.फार्म में नए प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए तीन दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विशेष रूप से यहां बढ़ती फार्मास्यूटिकल स्टार्टअप संस्कृति से मिलने वाले अवसरों को समझाने पर ध्यान दिया गया. कार्यक्रम में एफडीए (पुणे) के पूर्व सहायक आयुक्त तथा औषध निरीक्षक दिनेश खिंवसरा ने फार्मेसी क्षेत्र की व्यापकता, नियामक विभाग की भूमिका, गुणवत्ता मानक तथा औषधि नियमन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इसके बाद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के मानद निदेशक डॉ. महेश बुरांडे ने सफल व्यक्ति अलग काम नहीं करते, बल्कि काम को अलग ढंग से करते हैं इस विषय पर प्रभावी संवाद किया. फार्मेसी क्षेत्र के वरिष्ठ व्यक्तित्व, पुणे केमिस्ट असोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी तथा पुणे एफएमसीजी डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न पाटिल ने उद्योग में उपलब्ध करियर अवसरों, विभिन्न नौकरी भूमिकाओं, उद्योग की अपेक्षाओं, ग्राहक सेवा, व्यावसायिक अनुशासन तथा सतत शिक्षा के महत्व पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शन दिया. प्रख्यात अकादमिक व्यक्तित्व डॉ. दीपक तोष्णीवाल ने फार्मेसी क्षेत्र की वैेिशक संभावनाएं, उद्यमिता, फार्मास्यूटिकल नवाचार, शोध की आवश्यकता, अंतरराष्ट्रीय अवसर और फार्मासिस्ट की सामाजिक जिम्मेदारी पर प्रभावी प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के समापन अवसर पर छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक अपनी भावनाएं व्यक्त की. कार्यक्रम का आयोजन एवं समन्वय डॉ. प्रो. सारिका झांबड ने किया, जबकि दीपाली कुडले, अंकिता सरोदे और मोहिनी तहरे ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया.