शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन हंगामे से कार्रवाई ठप !

    02-Dec-2025
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SIR 
 
शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन साेमवार काे राज्यसभा और लाेकसभा में भारी हंगामा हुआ जिससे दाेनाें सदनाें की कार्यवाही ठप हाे गई. एसआईआर काे लेकर लाेकसभा तथा राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार काे घेरा और इस मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए अड़ गया.कांग्रेस सांसदाें ने कहा - वाेट चाेरी सबसे बड़ा मुद्दा है, लेकिन सरकार इस पर चुप है और चर्चा कराने से भाग रही है. इस पर पीएम माेदी ने कहा - सदन में ड्रामा नहीं बल्कि काम हाेना चाहिए. अपनी हार की बाैखलाहट काे यहां नहीं निकालें. वहीं खड़गे ने कहा - माेदी से बड़ा काेई ड्रामेबाज नहीं है. ग्यारह वर्षाें से संसदीय मर्यादा काे राैंदा जा रहा है. उधर अखिलेश यादवे सवाल किया - ्नया बीएलओ की माैत भी ड्रामा है ? लाेकसभा में विपक्षी सदस्याें ने मतदाता सूची पुनरीक्षण तथा अन्य मुद्दाें पर भारी हंगामा किया जिसके कारण दाे बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.
 
पीठासीन अधिकारी कृष्णा प्रसाद तेनन्नेटी ने 2 बजे दाे बार के स्थगन के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की, विपक्षी सदस्य हंगामा करते हुए सदन के बीचाें-बीच आ गए और नारे लगाते हुए शाेर-शराबा करने लगे. पीठासीन अधिकारी ने हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही चलाने का प्रयास किया लेकिन हंगामा बढ़ता गया और सदस्याें ने शांत हाेने के उनके आग्रह काे अनसुना कर दिया.पीठासीन अधिकारी ने हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण काे मणिपुर माल और सेवा का (दूसरा संशाेधन) विधेयक 2025 पेश करने के लिए कहा.विधायक पारित हाेने के बाद पीठासीन अधिकारी ने सदस्याें काे हंगामा नहीं करने की सलाह दी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई और उन्हाेंने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि संसद सवालाें के लिए ही नहीं बनी है ताे किस उद्देश्य से बनी है.