205 दवाओं के सैंपल फेल !

    21-Dec-2025
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Medicine 
 
 
देश में बनी 205 दवाओं के सैंपल फेल हाे गए. इनमें से 47 दवाएं केवल हिमाचल प्रदेश में बनीं. फेल हुई दवाओं में खांसी-बुखार और हार्ट सहित कई अन्य बीमारियाें के दवा हैं. वहीं शुगर की दवाएं भी तय स्टैंडर्ड के हिसाब से नहीं बनीं है.यह खुलासा करते हुए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन ने कहा-लाेगाें के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ अब कतई बर्दाश्त नहींं है. हिमाचल की ये दवाएं इंडस्ट्रियल एरिया बद्दी, बराेटीवाला, नालागढ़, साेलन, कालाअंब, पांवटा साहिब और ऊना स्थित फार्मा इकाइयाें में निर्मित की गई थीं्. उऊडउज द्वारा जारी नवंबर के ड्रग अलर्ट के अनुसार, गुणवत्ता जांच में फेल पाई गई इन दवाओं काे नाॅट ऑफ स्टैंडर्ड क्वालिटीफ घाेषित किया गया.
 
हिमाचल में बनी दवाओं के 35 दवाओं के सैंपल राज्य की प्रयाेगशालाओं और 12 सैंपल केंद्रीय प्रयाेगशालाओं में फेल पाए गए.सिरमाैर जिले के कालाअंब स्थित एक कंपनी के पांच सेंपल फेल हुए हैं. एनएस्नयू घाेषित दवाओं में पैरासिटामाेल, मेटफाॅर्मिन, क्लाेपिडाेग्रेल, एस्पिरिन, रेमिप्रिल, साेडियम वैल्प्राेएट, मेबेवेरिन हाइड्राेक्लाेराइड, टेलमीसार्टन, क्लेरिथ्राेमाइसिन, सेफिसाइन और जेंटामाइसिन इंजेक्शन जैसी दवाएं शामिल हैं. ये दवाएं टाइफाइड, फेफड़ाें व मूत्र संक्रमण, खांसी, अस्थमा, एलर्जी और पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियाें के इलाज में दी जाती हैं.
 
हिमाचल में जिन जिलाें की कंपनियाें की दवाएं फेल हुई हैं, उनमें साेलन जिले की 28, सिरमाैर की 18 और ऊना की एक कंपनी शामिल है. सभी संबंधित कंपनियाें काे नाेटिस जारी कर दिए गए हैं.हिमाचल के ड्रग कंट्राेलर मनीष कपूर के अनुसार, ड्रग अलर्ट में जिन उद्याेगाें की दवाओं के सैंपल फेल हुए है, उन सभी की कंपनियाें काे नाेटिस जारी किए जाएंगे.संबंधित दवाओं का स्टाॅक बाजार में नहीं भेजने के निर्देश दिए जाएंगे. जिन कंपनियाें की दवाइयाें के सैंपल बार-बार फेल हाे रहे हैं, उन्हें चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. हर महीने ड्रग अलग जारी करता है.देश समेत हिमाचल में हर महीने बड़ी संख्या में दवाओं के सैंपल फेल हाे रहे हैं.