
गुलटेकड़ी, 21 दिसंबर (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
पुणेवासियों के पसंदीदा आंबेमोहोर चावल की कीमतों में नए सीजन की शुरुआत में ही 25 से 30 प्रतिशत की भारी वृद्धि देखी गई है. होलसेल बाजार में इसके दाम अब 12,000 से 14,000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गए हैं. पिछले दो वर्षों की तुलना में इस साल दिसंबर की शुरुआत में ही कीमतों में बड़ा उछाल आया है. व्यापारियों के अनुसार, कीमतों में इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण नॉन-बासमती चावल के उत्पादन में कमी और निर्यात की बढ़ती मांग है. महाराष्ट्र में आने वाले कुल आंबेमोहोर चावल का 80% हिस्सा मध्य प्रदेश से और शेष 20% आंध्र प्रदेश से आता है. इस वर्ष इन दोनों राज्यों में उत्पादन कम हुआ है. साथ ही, कई निर्यातकों ने सीजन की शुरुआत में ही बड़े पैमाने पर खरीदारी शुरू कर दी है. आंबेमोहोर को ‘चावलों का राजा' माना जाता है और महाराष्ट्र, विशेषकर पुणे में इसकी साल भर भारी मांग रहती है. व्यापारियों का अनुमान है कि इस साल आंबेमोहोर की कीमतों में कमी आने की संभावना बहुत कम है.जयराज एंड कंपनी के निदेशक और निर्यातक धवल शाह ने जानकारी दी कि गुलटेकडी मार्केटयार्ड में नए सीजन के चावल की आवक शुरू हो गई है और विधि-विधान से पूजा के बाद इसकी बिक्री शुरू कर दी गई है. आंबेमोहोर की बढ़ती कीमतों के कारण अब ग्राहक ‘मावल इंद्रायणी' चावल की ओर रुख कर रहे हैं. हालांकि, देश में चावल का कुल उत्पादन लगभग 1,250 लाख टन रहने का अनुमान है, जिससे बासमती, इंद्रायणी और सुरती कोलम जैसी अन्य किस्मों के दाम साल भर स्थिर रहने की उम्मीद है.
राज्य में घट रहा उत्पादन कुछ साल पहले तक आंबेमोहोर का सर्वाधिक उत्पादन महाराष्ट्र में होता था, लेकिन अब यह काफी कम हो गया है. इसके कई कारण बताएं जाते हैं. यह साल में एक ही बार उगने वाली फसल है और इसे तैयार होने में अधिक समय लगता है. पुणे, मावल, भोर और कामशेत जैसे उत्पादक क्षेत्रों में तेजी से शहरीकरण हुआ है. जमीन की कीमतें बढ़ने के कारण किसानों ने जमीनें बेच दी हैं.
होलसेल मार्केट में चावल के भाव
प्रकार रुपये प्रति क्विंटल
बासमती- 12,000 से 13,000
इंद्रायणी- 6,000 से 7,000
सूरती कोलम- 6,000 से 7,000
आंबेमोहोर चावल के भाव
साल (रुपये प्रति क्विंटल)
2023-2024- 7,000 से 8,000
2024-2025- 8,000 से 9,000
2025-2026- 12,000 से 14,000