महाड नगर परीषद चुनाव के दाैरान मारपीट के मामले में राज्य के मंत्री भरत गाेगावले के बेटे विकास गाेगावले काे बड़ा झटका लगा है. काेर्ट ने इस मामले में विकास गाेगावले की तरफ से दायर की गई गिरफ्तारी पूर्व जमानत अर्जी खारिज कर दी है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं. मतदान के दिन हुई हिंसा की वजह से जहां पहले से ही राजनीतिक माहाैल गरम था, वहीं अब काेर्ट के इस फैसले से पूरे रायगढ़ जिले में हलचल मच गई है. खास बात यह है कि इससे पहले दाे अलग-अलग काेर्ट ने विकास गाेगावले काे राहत देने से मना कर दिया था.2 दिसंबर काे महाड नगर परिषद के आम चुनाव के लिए जब वाेटिंग चल रही थी, ताे वार्ड नंबर 2 में तनाव की स्थिति पैदा हाे गई. इस दाैरान शिंदे गुट के पदाधिकारियाें और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीहुई.
इस मारपीट में विकास गाेगावले और उनके समर्थकाें पर एनसीपी पदाधिकारियाें पर हमला करने का आराेप है.इस घटना के बाद महाड पुलिस स्टेशन में विकास गाेगावले समेत कुल 29 लाेगाें के खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि, केस दर्ज हाेते ही सभी आराेपी अंडरग्राउंड हाे गए और आज तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं.इस मामले में विकास गाेगावले ने गिरफ्तारी से बचने के लिए काेर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उसने मानगांव काेर्ट में दाे बार एंटीसिपेटरी बेल एप्लीकेशन फाइल की, लेकिन काेर्ट ने दाेनाें बार उसकी एप्लीकेशन खारिज कर दी.