मध्य रेल के महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने मंगलवारकाे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुंबई में आयाेजित एक समाराेह में मध्य रेल के 11 कर्मचारियाें काे संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया.यह पुरस्कार उनकी ड्यूटी के दाैरान दिखाई गई असाधारण सतर्कता और ट्रेन संचालन में संरक्षा सुनिश्चित करने में उनके महत्वपूर्ण याेगदान के लिए प्रदान किए गए. प्रत्येक पुरस्कार में एक पदक, प्रशंसा प्रमाण पत्र, और 3500/- का नकद पुरस्कार शामिल था. सम्मानित हाेने वाले 11 कर्मचारियाें में मुंबई मंडल से तीन, पुणे मंडल से चार, नागपुर मंडल से दाे, तथा साेलापुर और भुसावल मंडल से एक-एक कर्मचारी शामिल थे.
पुरस्कार विजेताओं की सतर्कता ने कई संभावित दुर्घटनाओं और असामान्य घटनाओं काे टालने में मदद की.मंडलवार प्रमुख याेगदान मुंबई मंडल से अमरेश कुमार सिंह (ट्रैकेंटेनर), संदीप पाटिल (ईएसएम), और माेहन सिंह डागर (हेल्पर) ने रेल फ्रैक्चर और मालगाड़ी में लटके पुर्जे देखकर ट्रेनाें काे रुकवाया. पुणे मंडल से डी के यादव (लाेकाे पायलट) की सतर्कता ने परिचालन त्रुटि के कारण हाेने वाली संभावित दुर्घटना काे टाला, जबकि नरेंद्र राजाराम कुंभार (एएसआई) ने चलती ट्रेन में चढ़ रहे यात्री की जान बचाई. चेतन अशाेक भालवनकर और महेश उमेश (ट्रैक मेंटेनर) ने काेचाें में गंभीर तकनीकी खामियाें की पहचान की.
नागपुर मंडल से रवि वर्मा (ट्रेन मैनेजर) ने हाॅट एक्सल से धुआँ निकलता देखा, और राजेश रूपचंद राउत (ईएसएम) ने ेल फ्रैक्चर देखकर ट्रेन राेकी. साेलापुर मंडल के विक्रम मीणा (स्टेशन मास्टर) और भुसावल मंडल के एल. जे. चाैधरी (लाेकाे पायलट) ने भी क्रमशः हाॅट एक्सल और टूटी हुई हैंड असेंबली जैसी गंभीर खामियाें काे समय रहते पहचान कर बड़ी दुर्घटनाओं काे टाला. महाप्रबंधक गुप्ता ने सभी विजेताओं काे बधाई दी और विश्वास जताया कि उनका उदाहरण अन्य कर्मचारियाें काे भी संरक्षा के प्रति प्रेरित करेगा. इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक प्रतीक गाेस्वामी और प्रधान मुख्य संरक्षा अधिकारी चंद्र किशाेर प्रसाद भी उपस्थित थे.