पीएनजी ज्वेलर्स के साथ गुढ़ी पाड़वा मनाने का बेहतरीन मौका

स्पेशल कलेक्शन और विशेष छूट ः पोल्मी, प्रथा, कथा, सप्तम और इना जैसे कलेक्शन उपलब्ध

    30-Mar-2025
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लक्ष्मी रोड, 29 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
  
महाराष्ट्र में सबसे भरोसेमंद ब्रांड के रूप में मशहूर पीएनजी ज्वेलर्स ने नए साल के मौके पर अपना खास कलेक्शन पेश किया है. इसमें पोल्मी, प्रथा, कथा, सप्तम और इना जैसे कलेक्शन शामिल हैं. गुढ़ी पाड़वा के अवसर पर 24 मार्च से 30 अप्रैल 2025 के बीच सभी पीएनजी ज्वेलर्स स्टोर्स में ग्राहकों को आकर्षक छूट की पेशकश की गई है. गुढ़ी पाड़वा को नए साल और समृद्धि की शुरुआत माना जाता है. इस शुभ अवसर पर, पीएनजी ज्वेलर्स का अभियान पारंपरिक और आधुनिक दोनों प्रकार के सोने, चांदी, हीरे और प्लेटिनम के आभूषणों पर विशेष छूट प्रदान करता है. शादी-ब्याह जैसे महत्वपूर्ण अवसरों के लिए, त्यौहारों पर उपहार देने के लिए, व्यक्तिगत सुंदरता के लिए या यह सोने में निवेश करने का एक अच्छा अवसर है. सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद उपभोक्ता उसी उत्साह के साथ खरीदारी कर रहे हैं. उपभोक्ता पुराने सोने के बदले नये आभूषण खरीद रहे हैं, जिससे उन्हें वित्तीय स्थिरता मिलती है. बताया गया कि गुढ़ी पाड़वा के उपलक्ष्य में प्रस्तुत मुख्य कलेक्शन पोल्मी है. पारंपरिक पोल्की (अनकट) हीरे, यह आभूषण प्राचीन शिल्प कौशल का मिश्रण है, जो शाही सुंदरता और आधुनिक आकर्षण का प्रतीक है. इस कलेक्शन का प्रत्येक आभूषण शाही लुक देता है, सभी के लिए किफायती है, तथा प्रत्येक महिला को अपनी सुंदरता को बनाए रखने का अवसर प्रदान करेगा.
 
 
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पीएनजी स्टोर्स पर उपलब्ध ऑफर
 
इस गुढ़ी पाड़वा को खास बनाने के लिए पीएनजी ज्वेलर्स पुराने सोने के एक्सचेंज पर 0% की छूट दे रहा है. सोने के आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 30% तक की छूट और हीरे के आभूषणों पर मेकिंग चार्ज पर 100% तक की छूट दी गई है. नए साल को और भी अधिक आनंदमय बनाने के लिए, अपने नजदीकी पीएनजी ज्वेलर्स स्टोर या पीएनजी ज्वेलर्स की ऑनलाइन वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं.
 
 
पारंपरिक एवं स्टडेड आभूषणों को अधिक महत्व
 
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आभूषण त्यौहारों या शादियों के लिए खरीदे जाते हैं. चूंकि गुढ़ी पाड़वा नए साल की शुरुआत का प्रतीक है, इसलिए पारंपरिक और जड़ाऊ आभूषणों को अधिक महत्व दिया जाता है. महाराष्ट्रियन विवाह समारोहों के कारण यह मांग और भी बढ़ रही है. भारत में सोना सिर्फ कीमत के आधार पर ही नहीं खरीदा जाता, बल्कि भावनात्मक और शुभ अवसरों पर भी खरीदा जाता है. इसलिए, हमारा मानना है कि इस वर्ष का गुढ़ी पाड़वा सभी के लिए उज्ज्वल और जीवंत होगा.
 
- डॉ. सौरभ गाडगिल, सीएमडी, पीएनजी ज्वेलस