हड़पसर, 31 मार्च (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) हड़पसर क्षेत्र में लगभग पांच हजार जलज्योतियों ने आने वाले वर्ष में 100 करोड़ लीटर पानी बचाने का संकल्प लिया है. गुढ़ी पाड़वा के अवसर पर, रविवार (30 मार्च) शाम जनसेवा न्यास (हड़पसर) और अमनोरा येस फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित हिंदू महिला महोत्सव हुआ. इस कार्यक्रम में यह संकल्प लिया गया. गुढ़ी पाड़वा के अवसर पर यहां महिलाओं की भव्य रैली निकाली गई. उस रैली में भाग लेने वाली प्रत्येक महिला अब एक परिवार को जल बचाने के लिए प्रोत्साहित करेगी. शाम को हड़पसर क्षेत्र में लगभग 17 स्थानों से महिलाओं की टू-व्हीलर वाहन रैली निकाली गई. महिलाओं ने पारंपरिक परिधान नऊवारी साड़ियों और मराठी फेटा पहनकर रैली में भाग लिया. रैली का समापन अमनोरा क्रिकेट ग्राउंड (एड्रियानो टॉवर के सामने, अमनोरा, हड़पसर) पर हुआ. रैली का स्वागत ढोल-नगाड़ों के साथ किया गया. साथ ही प्रयागराज के जल का कलश पूजन कर 100 करोड़ लीटर पानी बचाने का संकल्प लिया गया. इस कार्यक्रम में अमनोरा येस फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिरुद्ध देशपांडे, राष्ट्र सेविका समिति की केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य चंदाताई साठे, प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रार्थना बेहेरे, जनसेवा ट्रस्ट के कार्यकारी ट्रस्टी माधव राउत, ट्रस्टी भूषण तुपे, सीईओ चेतन कुलकर्णी, अमनोरा येस्स फाउंडेशन के विवेक कुलकर्णी, प्रवीण पाताले, महेश करपे मंच पर प्रमुख रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की प्रतिमा के पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा जलज्योति अवधारणा का अनावरण किया गया. यहां बताया गया कि आने वाले दिनों में जल संरक्षण पर जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. अभिनेत्री प्रार्थना बेहेरे ने कहा कि नारी शक्ति का वर्तमान दृष्टिकोण बहुत सकारात्मक है. राष्ट्रीय सम्पत्ति के क्षरण को रोकने की संकल्पना के साथ क्रियान्वित की गई यह पहल सराहनीय है. चंदाताई साठे ने कहा कि पानी बचाने के संकल्प के साथ मराठी नववर्ष की शुरुआत करना खुशी की बात है. मुझे वेिशास है कि आज उपस्थित महिलाओं की शक्ति से यह संकल्पना अवश्य साकार होगी.
गणेशोत्सव तक लक्ष्य पूरा किया जाएगा : अनिरुद्ध देशपांडे
अनिरुद्ध देशपांडे ने बताया कि इस गणेशोत्सव से अगले गणेशोत्सव तक 100 करोड़ लीटर पानी बचाने का संकल्प पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि देश में महिला शक्ति बड़ी संख्या में काम कर रही है. यदि वे परिवार में सभी को पानी बचाने के महत्व के बारे में समझाकर कार्यक्रमों की एक श्रृंखला बनाएं, तो 100 करोड़ लीटर पानी बचाने का लक्ष्य निश्चित रूप से हासिल हो जाएगा.