भारत को आधुनिक कृषि विकास पर जोर देना होगाः शैलेंद्र देवलाणकर

पुणे बिजनेस स्कूल के ‌‘एग्रोवाइज-25" में शिक्षा निदेशक ने कहा

    01-Apr-2025
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पिंपरी, 31 मार्च (आ.प्र.)
वैश्विक स्तर पर विकास की रफ्तार को देखते हुए भारत को इस प्रतिस्पर्धा में टिके रहने के लिए कृषि क्षेत्र के विकास पर जोर देना होगा, तभी भारत तेजी से प्रगति कर सकेगा. आर्थिक उदारीकरण के कारण वैेिशक स्तर की बड़ी संस्थाएं अपना प्रभाव बढ़ा रही हैं. हम खुद को सुरक्षा कवच में सीमित रखकर भारत में कृषि, उद्योग और व्यापार को सुरक्षित रूप से नहीं चला सकते. हमें वैेिशक प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए रणनीतिक निर्णय लेने होंगे. भारत सरकार इस दिशा में आगे बढ़ती दिखाई दे रही है. कृषि शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों और कृषि उद्यमियों को वैेिशक प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखकर अपनी आगे की योजना बनानी चाहिए. आने वाले समय में भारत के विकास में कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, ऐसा स्पष्ट मत महाराष्ट्र राज्य उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. शैलेंद्र देवलाणकर ने व्यक्त किया. पिंपरी चिंचवड़ एजुकेशन ट्रस्ट (पीसीईटी) द्वारा संचालित पुणे बिजनेस स्कूल (पीबीएस) की ओर से ‌‘एग्रोवाइज 2025' राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन शनिवार (29 मार्च) को निगड़ी स्थित संस्थान के सभागार में किया गया. इस अवसर पर दुबई की देवा इलेक्ट्रिक सिटी एंड वॉटर अथॉरिटी के प्रबंधक सोमनाथ पाटिल, महाराष्ट्र इकोनॉमिक डेवलपमेंट काउंसिल के उपाध्यक्ष सचिन इटकर, पीसीईटी के कार्यकारी निदेशक डॉ. गिरीश देसाई, पीबीएस के निदेशक डॉ. गणेश राव, अधिष्ठाता डॉ. मीनाक्षी त्यागी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस दौरान कृषि क्षेत्र के विशेषज्ञों, विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों और प्रगतिशील किसानों ने छात्रों के साथ संवाद किया.