पुणे, 10 अप्रैल (वि.प्र.) पश्चिम रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में टिकट जांच और गैर-किराया राजस्व के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है. रेलवे ने टिकट चेकिंग अभियानों के माध्यम से बिना टिकट और अनियमित यात्रा करने वाले 25.17 लाख यात्रियों को पकड़ा और उनसे रिकॉर्ड 150.86 करोड़ का जुर्माना वसूला. इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते पश्चिम रेलवे गैर-किराया राजस्व श्रेणी में भारतीय रेलवे में दूसरे स्थान पर रहा. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि अकेले मार्च 2025 में 2.72 लाख मामले सामने आए, जिनसे 16.57 करोड़ का जुर्माना प्राप्त हुआ. यह निरंतर प्रयास बिना टिकट यात्रा पर लगाम लगाने और वास्तविक यात्रियों के हितों की रक्षा करने की पश्चिम रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. पश्चिम रेलवे की टिकट जांच टीम के प्रयासों की बदौलत यह उपलब्धि हासिल हुई. सूरत के उप मुख्य टिकट निरीक्षक सी.के. सिन्हा ने सर्वाधिक 10,682 मामलों में 74.87 लाख का जुर्माना वसूला. साथ ही लक्ष्मण कुमार और आशुतोष कुमार सिंह ने भी जुर्माना वसूला. मुंबई उपनगरीय खंड में लगभग 11 लाख मामलों में 47.43 करोड़ का जुर्माना वसूला गया. विनीत ने आगे बताया कि एसी लोकल ट्रेनों में अनाधिकृत प्रवेश रोकने के लिए विशेष जांच अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप 209.52 लाख का जुर्माना वसूला गया. गैर-किराया राजस्व में भी पश्चिम रेलवे ने 112.17 करोड़ का राजस्व अर्जित कर अपने 105 करोड़ के लक्ष्य को पार कर लिया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले 11.27% अधिक है.