कैंप, 15 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) सनातन धर्म को लेकर आज तरह- तरह की बातें की जाती हैं. कुछ बातें तो बिना सिर-पैर की भी होती हैं. वास्तव में सनातन धर्म ही शोशत है. सनातन धर्म मानवीय मूल्यों को सहेजने, मानवता की रक्षा करने की शिक्षा देता है. जो सनातन का विरोधी है वह वास्तव में सनातन के साथ-साथ मानवता का भी विरोधी है. इसलिए जो मानवता के विरोधी हैं, उनका भारत में ही नहीं समूची दुनिया में विरोध होना चाहिए और हम ऐसी ताकतों का पुरजोर शब्दों में विरोध करते हैं. मानवता के लिए सनातनियों का सजग रहना समय की मांग है, यह स्पष्ट मत प्रखर सनातनी प्रसिद्ध समाजसेवी अग्रभूषण, समाजभूषण पवन सराफ ने व्यक्त किया . यह विचार उन्होंने चौरासी वर्षीय बुजुर्ग प्रबुद्ध लेखक डॉ. शिवशंकर शर्मा ‘ढिमोले’ द्वारा रचित ‘चौरासी की आंखें’ नामक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में रखे. पुस्तक का विमोचन पवन सराफ व अन्य अतिथियों के हाथों पुणे कैंप में संपन्न हुआ.
इस अवसर पर पवन सराफ को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था. इस समय मंच पर अग्रवाल समाज फेडरेशन के उपाध्यक्ष विनोद बंसल, भाजपा के नगरसेवक प्रबीण चोरबेले, सतीशचंद्र दुबे, रणजीतसिंह अरोरा, एसएस अहलूवालिया, नीता चंद्रशेखर अग्रवाल मौजूद थे . डॉ. शिवशंकर शर्मा ‘ढिमोले’ ने सभी अतिथियों और सभी वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे आजीवन धर्म, समाज और राष्ट्र के प्रति सजग रहकर चिंतन-मनन करते रहेंगे. समारोह में समाजसेवी विनोद मित्तल, एड. सूरज दुबे, आकाश दुबे, जयकिशन गोयल, सरस्वती गोयल, रानी अहलूवालिया, मनोज टी मिश्रा, ओमप्रकाश तिवारी, बिंदू तिवारी सहित बड़ी संख्या में परिजन व शुभचिंतक मौजूद थे. संजय गायकवाड़, विशाल अग्रवाल, अर्चना गड़करी, पूजा पंडित एवं पूनम सिंह आदि का अतिथियों के हाथों विशेष सम्मान किया गया.