20 आईटीआई में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं बनेंगी

मंत्रालय में बैठक के बाद सीएम फडणवीस ने जानकारी दी : उद्यमियों के मेलों का आयोजन होगा -कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग के 3 समझौते -दिव्यांग विद्यार्थियों को भी तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे

    17-Apr-2025
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मुंबई, 16 अप्रैल (वि.प्र.)

राज्य के 20 आईटीआई में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं बनायी जाएंगी. सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को प्रशिक्षण देने के लिए उद्यमी मेलों का आयोजन कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जाएंगे. आईटीआई में पढ़ाई कर रहे दिव्यांग विद्यार्थियों को भी तकनीकी शिक्षा और रोजगार के अवसर मिलेंगे. कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग तथा श्री श्री ग्रामीण विकास कार्यक्रम ट्रस्ट (SSRDPT) बेंगलुरु, स्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया फाउंडेशन (SEFIF) बेंगलुरु, पुणे की देआसरा फाउंडेशन और अंधेरी की प्रोजेक्ट मुंबई इन सामाजिक संस्थाओं के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में समझौते हुए. मंत्रालय में मंत्रिमंडल बैठक के बाद कौशल विकास विभाग के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, मंत्रीमंडल के सदस्य, राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, कौशल विभाग की अपर मुख्य सचिव मनीषा वर्मा, कौशल विकास आयुक्त नितिन पाटिल, व्यवसाय एवं प्रशिक्षण संचालनालय की निदेशक माधवी सरदेशमुख, सह-निदेशक सतीश सूर्यवंशी, श्री श्री रूरल डेवेलपमेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी विजय हाके, स्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया फाउंडेशन की सीएसआर प्रमुख ऋचा गौतम, दामिनी चौधरी, प्रोजेक्ट मुंबई के निदेशक जलज दानी और देआसरा संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष पंडित उपस्थित थे. इसमें मुंबई, पुणे, औरंगाबाद, नागपुर, अमरावती, नाशिक आदि विभाग शामिल हैं. इस परियोजना के अंतर्गत वर्ष 2025-26 से अगले 4 वर्षों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रत्येक वर्ष केंद्रों की संख्या और प्रशिक्षणार्थियों की संख्या में वृद्धि की जाएगी . पहले वर्ष में 10 केंद्रों में 1500 युवाओं को, दूसरे वर्ष में 15 केंद्रों में 2250, तीसरे वर्ष में 20 केंद्रों में 3000 युवाओं को और चौथे वर्ष में भी 3000 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इस समझौते से अगले 4 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से 9750 प्रशिक्षणार्थियों को इलेक्ट्रिशियन व अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की आधुनिक तकनीक व इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन का प्रशिक्षण मिलेगा.