खेती के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जरूरी

शिवाजीनगर में ‌’दिशा कृषि उन्नतीची-2029‌’ कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा

    22-Apr-2025
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krishi
 
 
पुणे, 21 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कृषि क्षेत्र को लेकर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि खेती के लिए अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जरूरी है. ‌‘दिशा कृषि उन्नतीची-2029‌’ (कृषि क्षेत्र के उन्नति की दिशा) नामक पंचवर्षीय कार्यक्रम से कृषि क्षेत्र को दिशा मिलेगी. कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग आवश्यक है. ‌‘दिशा कृषि उन्नतीची- 2029‌’ का उद्घाटन सोमवार को गणेश कला क्रीड़ा मंच में अजित पवार ने किया. वे इस कार्यक्रम में बोल रहे थे. कार्यक्रम में कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, कृषि विभाग के प्रधान सचिव विकासचंद्र रस्तोगी, कृषि आयुक्त सूरज मांढरे और विधायक बापू पठारे उपस्थित थे. कृषि मंत्री एड. कोकाटे ने कहा, हम राज्य में नई कृषि नीति तैयार करने के लिए सफल और अनुभवी किसानों के ज्ञान और अत्याधुनिक तकनीक को किसानों तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. कलेक्टर जीतेंद्र डूडी ने बताया कि जिले में निर्यातोन्मुखी फसलों का क्लस्टर बनाया जाएगा तथा 1 से 3 जून के मध्य जिले में एग्री हैकाथॉन का आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से कृषि क्षेत्र से संबंधित उद्योग संगठनों, कंपनियों, महाराष्ट्र बैंक आदि के साथ विभिन्न समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों के साथ-साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि विभाग के कर्मचारियों को सम्मानित किया गया.
 
 किसानों को असहाय नहीं छोड़ेगी सरकार
 
डिप्टी सीएम ने कहा कि यह पंचवर्षीय योजना हमारे जिले में कृषि क्षेत्र की ताकत और कमजोरियों की पहचान करने तथा उन्हें दूर करने के लिए वैज्ञानिक और व्यावहारिक समाधान तैयार करने के लिए तैयार की गई है, न कि केवल लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए. उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में एआई तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, इसलिए राज्य ने दो वर्षों के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया है. किसानों को कभी भी निराश नहीं होना चाहिए, राज्य सरकार उन्हें कभी भी असहाय नहीं छोड़ेगी. बस अपने आत्मवेिशास को डगमगाने न दें.