सोने की बढ़ती कीमतों के बावजूद अक्षय तृतीया पर खरीदारी जारी रहने की अपेक्षा

पिछली अक्षय तृतीया से लगभग 35 प्रतिशत कीमतें बढ़ीं ः गुढ़ी पाड़वा में भी अच्छा रहा था ग्राहकों का रिस्पांस

    27-Apr-2025
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लक्ष्मी रोड, 26 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
 
पिछले साल की अक्षय तृतीया की तुलना में सोने की कीमतों में करीब 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, इसके बावजूद सर्राफा व्यवसायियों का मानना है कि इस वर्ष की अक्षय तृतिया के मुहूर्त पर ग्राहकों का रिस्पॉन्स अच्छा रहेगा. कीमत भले ही बढ़ी है, लेकिन ग्राहकों की भीड़ कम होने के आसार उन्हें नहीं दिख रहे हैं. पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. फिलहाल प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 95,000 रुपये के आसपास है. भारतीयों के लिए सोना खरीदना एक भावनात्मक मामला होता है. इनमें से एक खास मुहूर्त पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. भारत में ऐसे साढ़े तीन मुहूर्त माने जाते हैं. इनमें से अक्षय तृतीया को बेहद महत्वपूर्ण और पूर्ण मुहूर्त माना जाता है.
 
इस साल अक्षय तृतीया बुधवार (30 अप्रैल) को पड़ रही है. मान्यता है कि इस मुहूर्त पर सोना खरीदने से अक्षय समृद्धि आती है. कई लोगों का मानना है कि इस मुहूर्त पर सोना खरीदना फायदेमंद होता है. स्वाभाविक है कि भले ही सोने की कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन कई ग्राहक थोड़ा बहुत सोना तो मुहूर्त के तौर पर खरीदेंगे ही, ऐसा सर्राफा व्यवसायियों का वेिशास है. उदाहरण के लिए वह बताते हें कि, कीमत में वृद्धि के कारण कुछ लोग 10 ग्राम के बजाय 8 ग्राम सोना खरीद सकते हैं. लेकिन, शुभ मुहूर्त के दौरान कोई भी खरीदारी करने से परहेज नहीं करेगा. इस विषय में कुछ ग्राहकों की प्रतिक्रिया भी वित्तीय प्राथमिकताओं और सांस्कृतिक प्रथाओं के आधार पर अलग-अलग दिखती है. कुछ ग्राहक बताते हैं कि कीमतों में इतनी बढ़ोतरी चिंताजनक है. किसी आम व्यक्ति के लिए इस शुभ मुहूर्त के दौरान सोना खरीदना असंभव हो गया है.
 
 
चाहे परंपरा हो या न हो, व्यक्तिगत रूप से, हम सोना नहीं खरीदेंगे. दूसरी ओर कुछ ग्राहक इसे दीर्घकालिक वित्तीय योजना के रूप में देखते हुए सोना खरीदना जारी रखना चाहते हैं. वे कहते हैं कि सोने की कीमत 1 लाख रुपये तक पहुंचना चिंता का विषय है. लेकिन भविष्य के लिए बचत करने के एक अच्छे अवसर के रूप में हम इसे देखते हैं. जिन ग्राहकों ने कुछ दिन पहले, सोना खरीदा था उसकी वैल्यूएशन बढ़ने से अब उन्हें लगता है कि वह अपनी बचत सुरक्षित कर रहे हैं. उनकी दृष्टि से सोने में निवेश करना उनके लिए विशेष अनुभव है क्योंकि यह उनके लिए समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है. पुराने सोने के बदले नए गहने खरीद रहे हैं लोग कुछ ज्वेलर्स कह रहे हैं कि ग्राहकों की संख्या में 25 से 30 फीसदी की गिरावट आ सकती है. उनका तर्क है कि सोने की ऊंची कीमत के कारण अक्षय तृतीया होने के बावजूद ग्राहकों की जेब पर बढ़ने वाला बोझ थोड़ा-बहुत असर जरुर करेगा. वे बताते हैं कि
 
 
बाजार में ग्राहकों का सकारात्मक रुख
 
 
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पिछले कुछ दिनों में सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट आने से बाजार में सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है. अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर खरीदारी के लिए ग्राहक सर्राफा बाजार की ओर रुख कर रहे हैं. ग्राहक रेडीमेड आभूषण खरीदने पर ध्यान दे रहे हैं. नई खरीदारी के मुकाबले, पुराने सोने में मामूली बढ़ोतरी करते हुए नए आभूषण खरीदने की मात्रा अधिक है. साथ ही, बाजार में लाइट वेट ज्वेलरी की मांग बढ़ रही है. हीरे के आभूषणों की खरीदारी का चलन बढ़ रहा है. अगर सोने के भाव स्थिर रहे, तो अक्षय तृतीया पर बाजार में अच्छी मांग रहेगी.
 
- अभय गाडगिल, संस्थापक, पीएनजी एक्सक्लूसिव
 
  कारोबार में 30% तक की बढ़ोतरी संभव
 
 
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सोने के भाव में बढ़ोतरी के बावजूद ग्राहकों में शुभ अवसर पर खरीदारी को लेकर भरोसा बना हुआ है. हाल ही में गुढ़ी पाड़वा (30 मार्च) पर भी भाव 26 फीसदी तक बढ़े थे, लेकिन ग्राहकों की भीड़ हमेशा की तरह ही थी. सोने के भाव अभी लगभग उसी स्तर से थोडे ऊंचे हैं. इसलिए ग्राहकों की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं दिखता. कुल मिलाकर सकारात्मक भावना है. अमेरिका का टैरिफ वॉर हो, युद्ध जैसे हालात हों, इसका ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ा है. कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में सोने के भाव में थोड़ी कमी आ सकती है. लेकिन, अक्षय तृतीया के मौके पर खरीदारी भी बढ़ेगी और कारोबार में करीब 25 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी.
 
- फतेचंद रांका, निदेशक, रांका ज्वेलर्स