महाराष्ट्र बैंक का नेट प्रॉफिट 1,493 करोड़ हुआ

प्रतिवर्ष लगभग 200 शाखाएं खोलने की योजना; 15 प्रतिशत लाभांश की सिफारिश की है

    28-Apr-2025
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पुणे, 27 अप्रैल (आ. प्र.)

बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने शुद्ध ब्याज आय में अच्छी वृद्धि के आधार पर चौथी तिमाही में एकल शुद्ध लाभ में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो 1,493 करोड़ रुपये रही. कुल गैर-ब्याज आय में गिरावट और खराब ऋणों के प्रावधानों में वृद्धि के बावजूद यह लाभ हुआ है. बैंक के बोर्ड ने 15 प्रतिशत लाभांश की सिफारिश की है - 10 रुपये वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 1.50 रुपये, जिसका भुगतान 31 मार्च 2025 को समाप्त वर्ष के लिए शुद्ध लाभ में से किया जाएगा. शुद्ध ब्याज आय (अर्जित ब्याज और व्यय किए गए ब्याज के बीच का अंतर) वर्ष-दर-वर्ष लगभग 21 प्रतिशत बढ़कर 3,116 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष की समान तिमाही में 2,584 करोड़ रुपये) हो गई. शुल्क आधारित आय, राजकोषीय आय और बट्टे खाते में डाले गए खातों में वसूली सहित कुल गैर-ब्याज आय, वर्ष दर वर्ष 4 प्रतिशत घटकर 981 करोड़ (1,022 करोड़) रह गई. गैर-ब्याज आय में सुधार के लिए बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सक्सेना ने कहा कि बैंक क्रेडिट कार्ड और बैंक इंश्योरेंस सहित कुछ गठजोड़ और साझेदारियों पर विचार कर रहा है. कर व्यय (स्थगित कर परिसंपत्तियों और राइट-बैक को छोड़कर) एक वर्ष पूर्व की समान अवधि के 50 करोड़ से घटकर 43 करोड़ रह गया. शुद्ध ब्याज मार्जिन (ब्याज आय - ब्याज व्यय / कुल परिसंपत्तियां) एक वर्ष पूर्व के 3.97 प्रतिशत से थोड़ा सुधरकर 4.01 प्रतिशत हो गया. गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के लिए प्रावधान पिछले वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत बढ़कर 640 करोड़ (457 करोड़) हो गया. मानक/पुनर्गठित परिसंपत्तियों के लिए प्रावधान पिछले वर्ष की तुलना में 34 प्रतिशत घटकर 324 करोड़ (491 करोड़) हो गया. सकल गैर-निष्पादित आस्तियों (जीएनपीए) की स्थिति मार्च-अंत 2025 तक सकल अग्रिमों के 1.74 प्रतिशत तक सुधर गई, जो मार्च-अंत 2024 तक 1.88 प्रतिशत थी. शुद्ध एनपीए की स्थिति भी 0.20 प्रतिशत से सुधरकर शुद्ध अग्रिमों के 0.18 प्रतिशत तक पहुंच गई. मार्च 2025 के अंत तक सकल अग्रिम लगभग 18 प्रतिशत बढ़कर 2,39,837 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें खुदरा अग्रिम में सबसे अधिक वृद्धि (25 प्रतिशत) दर्ज की गई, इसके बाद कृषि क्षेत्र (17 प्रतिशत), एमएसएमई क्षेत्र (15 प्रतिशत) और कॉर्पोरेट एवं अन्य (15 प्रतिशत) का स्थान रहा. मार्च-अंत 2025 तक कुल जमाराशि 13 प्रतिशत बढ़कर 3,07,143 करोड़ रुपये हो गई. चालू खाता, बचत खाता (सीएएसए) जमाराशियों की हिस्सेदारी कुल जमाराशियों में मार्च-अंत 2024 तक के 52.73 प्रतिशत से बढ़कर 53.28 प्रतिशत हो गई. सक्सेना ने बताया कि बैंक के बोर्ड ने शुक्रवार को 7,500 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त पूंजी जुटाने को मंजूरी दे दी. उन्होंने कहा, चालू वर्ष के दौरान उचित समय पर हम अपनी पूंजी जुटाने की योजना पेश करेंगे. इसलिए यह बाजार की स्थिति, परिस्थितियों, तरलता की स्थिति और अन्य चीजों पर निर्भर करता है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रमुख ने कहा कि पिन कोड स्तर पर शाखाएं खोलने के लिए बैंक अधिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएगां बैंक की योजना अगले पांच वर्षों में प्रतिवर्ष लगभग 200 शाखाएं खोलने की है.