पुणे, 28 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) पिछले तीन महीनों से नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे और इचलकरंजी मनपा के तत्कालीन आयुक्त तथा मुख्याधिकारी श्रेणी के ओमप्रकाश दिवटे की पुणे मनपा के अतिरिक्त आयुक्त पद पर नियुक्ति की गई है. राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार को यह आदेश जारी किया. लोकसभा चुनाव से पहले पिछले 9 महीनों से मनपा में अतिरिक्त आयुक्त के दो पद रिक्त थे. हाल ही में राज्य सरकार ने मनपा के प्रॉपर्टी विभाग के उपायुक्त महेश पाटिल को पदोन्नति देकर अतिरिक्त आयुक्त नियुक्त किया, लेकिन उन्हें अधिकृत पद्भार सौंपा नहीं गया था. इस बारे में राज्य सरकार से विस्तृत जानकारी मांगी गई थी. इसके बाद एम.जे. प्रदीप चंद्रन की भी अतिरिक्त आयुक्त पद पर नियुक्ति की गई. फिर भी एक पद खाली था, जिस पर अब ओमप्रकाश दिवटे की नियुक्ति की गई है. दिवटे की नियुक्ति के साथ ही मनपा में अतिरिक्त आयुक्त के सभी पद भर दिए गए हैं, जिससे महेश पाटिल को फिलहाल उपायुक्त पद पर ही कार्यरत रहना होगा. इससे पहले पूर्व मंत्री प्रकाश आवाडे और दिवटे के बीच विवाद हुआ था, जिसके चलते दिवटे से इचलकरंजी मनपा के प्रशासक पद का कार्यभार वापस ले लिया गया था. अब उन्हें पुणे मनपा में अतिरिक्त आयुक्त के पद पर नियुक्त किया गया है. इस नई नियुक्ति को लेकर भी मनपा में चर्चा का माहौल था कि विवाद खड़ा हो सकता है. अप्रैल 2024 में संपन्न लोकसभा चुनाव के दौरान, एक ही जिले में 3 वर्ष से अधिक सेवा कर रहे आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया था. इस प्रक्रिया में राज्य सरकार ने मनपा के आयुक्त और 3 अतिरिक्त आयुक्तों का भी स्थानांतरण किया. इसमें तत्कालीन आयुक्त विक्रम कुमार के साथ अतिरिक्त आयुक्त डॉ. कुणाल खेमनार, रवींद्र बिनवड़े और विकास ढाकणे का भी तबादला हुआ. तबादले के बाद डॉ. राजेंद्र भोसले को मनपा आयुक्त नियुक्त किया गया और पृथ्वीराज बी. पी. को तीन अतिरिक्त आयुक्तों में से एक पद दिया गया. लेकिन 9 महीनों तक शेष 2 अतिरिक्त आयुक्तों के पद खाली रहे. पिछले 9 महीनों से अतिरिक्त आयुक्त पृथ्वीराज बी. पी. मनपा के सभी विभागों का कार्यभार संभाल रहे थे. चुनावों के बाद इन पदों के भरने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद भी सरकार ने नियुक्ति नहीं की थी.