कार्य की गुणवत्ता और सिद्धांतों से समझौता न करें

विशेष सेमिनार में आर्किटेक्ट्स को सलाह : सेवा की प्रकृति को व्यवसाय न बनाने की दी गई राय

    29-Apr-2025
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 vsdvds
कर्वेनगर, 28 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

चाहे कोई भी परिस्थिती हो, ग्राहक, ठेकेदार और प्रोजेक्ट के प्रति ईमानदार रहना चाहिए. सेवा की प्रकृति को व्यवसाय न बनाएं. हम एक प्रतिष्ठित क्षेत्र में काम कर रहे हैं और इसके कुछ नियम और सिद्धांत हैं. हमारा काम गुणवत्ता निर्धारित करता है. इसलिए आर्किटेक्ट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने सलाह दी है कि गुणवत्ता और सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. वास्तुकला के क्षेत्र में समस्याएं और उनके समाधान विषय पर आयोजित सेमिनार में ये मुद्दे उठाए गए. मद इंडियन इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर असोसिएशन (आईआईए) ने रविवार (27 अप्रैल) को एक विशेष सेमिनार आयोजित किया. इसमें काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर (सीओए) के अध्यक्ष आर्किटेक्ट अभय पुरोहित और आईआईए के राष्ट्रीय आर्किटेक्ट विलास अवचट ने भाग लिया. इन दोनों से आईआईए पुणे सेंटर के अध्यक्ष आर्किटेक्ट विकास आचलकर और उपाध्यक्ष आर्किटेक्ट सीतेश अग्रवाल ने बातचीत की. अभय पुरोहित ने कहा कि क्लाइंट द्वारा बिना अच्छी फीस दिए अच्छे काम की उम्मीद करना गलत है. कम फीस काम की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर डाल सकती है. इसलिए आर्किटेक्ट्स को उनके काम के लिए उचित भुगतान मिलना चाहिए. हमारे लिए कानून बने हुए हैं. अगर कोई अच्छा काम नहीं करता है तो उसे सजा देने का प्रावधान है, लेकिन आर्किटेक्ट्स को बेवजह फंसाया नहीं जाना चाहिए. विलास अवचट ने कहा, महमें अपनी जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए उसी के अनुसार काम करना चाहिए. इसमें सिद्धांतों का महत्व है. काम को लेकर नियमों का पालन करना जरूरी है. हमारे देश में आर्किटेक्ट को प्रोजेक्ट की एक प्रतिशत फीस मिलती है, जबकि विदेशों में 15 से 30 प्रतिशत फीस मिलती है. ऐसा क्यों होता है, इस पर विचार करना जरूरी है. इस सेमिनार में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. प्रैक्टिस करते समय आने वाली समस्याओं का समाधान कैसे करें, कानूनी मामले, जिम्मेदारियां, अधिकार, मौजूदा चुनौतियां जैसे मुख्य विषय रहे.
 
अवचट और पुरोहित ने कहा- नए आर्किटेक्ट को अनुभव प्राप्त करने के बाद ही प्रैक्टिस शुरू करनी चाहिए. शुरुआती दौर में उन्हें उचित पारिश्रमिक मिलना चाहिए. अगर क्लाइंट एडवांस राशि नहीं देता है, तो उन्हें प्रोजेक्ट को अस्वीकार करने का साहस रखना चाहिए.

फीस के संबंध में जल्द ही दिशा-निर्देश

सीओए द्वारा जल्द ही फीस पर दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. इसके अनुसार, कम फीस लेने वाले आर्किटेक्ट के खिलाफ कार्रवाई के लिए अलग से शिकायत प्रकोष्ठ बनाया जाएगा. इससे कम फीस पर काम करवाने वालों पर रोक लगेगी. पुरोहित ने स्पष्ट किया कि आर्किटेक्ट की शिकायतों के समाधान के लिए आईआईए सहायता प्रदान करेगा.