लक्ष्मी रोड, 28 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
हिंदू पंचांग में साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक अक्षय तृतीया है. इस पावन दिन ग्राहक निवेश के तौर पर या खास पलों को सेलिब्रेट करने के लिए उत्सुकता से सोना या अन्य मूल्यवान चीजें खरीदते हैं. इस साल भी ऐसी खरीदारी को लेकर अच्छा उत्साह है. इस वर्ष अक्षय तृतीया बुधवार (30 अप्रैल) को मनाई जाएगी. मुहूर्त पर खरीदारी के लिए कई ग्राहकों ने तैयारी कर ली है. कुछ ने बुकिंग भी करा ली है. जबकि कुछ ने डिलीवरी के लिए इस मुहूर्त को चुना है. कई ग्राहकों का मानना है कि यह मुहूर्त घर या खुद के लिए कोई नई खरीदारी करने या परिवार के साथ खास पलों को सेलिब्रेट करने के लिए लाभकारी होता है. इसलिए बाजार को भी भरोसा है कि इस अक्षय मुहूर्त को ग्राहकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा. अक्षय तृतीया के इस पावन अवसर पर बहुत से लोग आम खरीदते हैं. वे इस दिन आम का भोग लगाकर भगवान की पूजा करते हैं. ऐसे लोगों के लिए इस पावन अवसर पर आम खरीदना बहुत महत्वपूर्ण होता है. हालांकि इस साल अक्षय तृतीया पर आम प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, लेकिन इस बात का डर है कि यह सीजन जल्दी खत्म हो जाएगा.
कुछ महत्वपूर्ण बिंदू
-व्यवसायी बताते हैं कि इस साल भले ही बाजार में सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच रही हों, लेकिन उपभोक्ताओं में सोना खरीदने के प्रति उत्साह और वेिशास के साथ-साथ सकारात्मक प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है.
-यह भी कहा जा रहा है कि कोंकण में ज्यादातर आम 10 मई तक खत्म हो जाएंगे. मतलब आम का सीजन करीब एक महीने पहले ही खत्म होने की संभावना है.
-इससे पहले कोंकण के आम 20 जून तक उपलब्ध होते थे. लेकिन इस साल 20 मई के बाद आम मिलने की संभावना कम है. बाजार में आमों की मौजूदा कीमत पिछले साल के बराबर ही है. इस साल ज्यादा अंतर नहीं आया है.
ग्राहकों ने वीकेंड पर खरीदी के लिए बुकिंग कर ली
अक्षय तृतीया को बहुत ही पवित्र मुहूर्त, शुभ समय माना जाता है. इसलिए इस दिन खरीदारी करना ग्राहकों के लिए भावनात्मक होता है. हमें यकीन है कि इस साल की अक्षय तृतीया भी खरीद-बिक्री के लिहाज से अच्छी रहेगी. कई ग्राहकों ने अक्षय तृतीया के दिन अपने पसंदीदा आभूषण की डिलीवरी पाने के लिए वीकेंड पर शो रुम में आकर बुकिंग भी कर ली है. सोने के भाव में तेजी आने से लोगों का भरोसा और मजबूत हुआ है. कुल मिलाकर धारणा सकारात्मक है. हमने अच्छे ऑफर भी दिए हैं. इसलिए वेिशास है कि ग्राहक अक्षय तृतीया के मौके पर निवेश और आभूषण पहनने के आनंद, दोनों के लिए सोना खरीदेंगे. ऋषभ रांका, निदेशक, रांका ज्वेलर्स, खराड़ी
गुढ़ी पाड़वा के दौरान बनी सकारात्मकता फिर दिखेगी
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद उपभोक्ताओं की पसंद में एक नया रुझान देखने को मिल रहा है. स्टडेड़ ज्वेलरी, खास तौर पर नैचुरल डायमंड, पोल्की और रंगीन रत्नों से बने आभूषणों की ओर उपभोक्ता तेजी से आकर्षित हो रहे हैं. साथ ही, चूंकि सोना एक सुरक्षित और दीर्घकालिक निवेश साधन है, इसलिए माना जा रहा है कि सोने की बार और कॉईन की मांग भी बढ़ेगी. अब तक के सभी संकेत बताते हैं कि यह एक समृद्ध और शुभ अक्षय तृतीया होगी. चूंकि इस साल अक्षय तृतीया शादियों के मौसम की शुरुआत में पड़ रही है, इसलिए यह तय है कि गुढ़ी पाड़वा के दौरान बाजार में बनी सकारात्मकता अक्षय तृतीया के अवसर पर फिर से देखने को मिलेगी. डॉ. सौरभ गाडगिल, सीएमडी, पी. एन. गाडगिल ज्वेलर्स
घटती हुई ब्याज दरों से घर खरीदने का उत्साह
कायम साढ़े तीन मुहूर्तों में से एक अक्षय तृतीया पर घरों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है. रेडी रेकनर दरों में हाल ही में हुई वृद्धि के बावजूद घर खरीदने वालों में उत्साह बना हुआ है. इसका मुख्य कारण यह है कि रिजर्व बैंक ने लगातार दो बार रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की है. इससे होम लोन की ब्याज दरों में कुल 0.5% की कमी आई है. 20 साल के होम लोन पर अकेले ब्याज पर ही करीब 4-5 लाख रुपये की बचत की जा सकती है. पुणे अभी भी भारत का सबसे किफायती मेट्रो शहर है. इसमें मूल्य और जीवनशैली का बेहतरीन संतुलन है. इसलिए, बाजार का माहौल काफी सकारात्मक है. मनीष जैन, चेयरमैन, क्रेडाई पुणे-मेट्रो
अच्छी गुणवत्ता वाले तैयार आम प्रचुरता में उपलब्ध
अक्षय तृतीया के शुभ अवसर के कारण आम की मांग अधिक है. हालांकि, पहली बार इस दौरान कच्चे आम की आवक कम हुई है. बाजार में इस समय अच्छी गुणवत्ता वाले तैयार आम प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं. आम की मौजूदा कीमत गुणवत्ता के आधार पर 300 से 800 रुपये प्रति दर्जन है. पुणे के बाजारों में इस समय रत्नागिरि हापुस आम की आवक 4 से 5 हजार पेटी प्रतिदिन आ रही है. पहले इस दौरान 15 से 16 हजार पेटी आम आते थे, जिसकी तुलना में मौजूदा आवक बहुत कम है. देखा जा रहा है कि इस साल आम का सीजन छोटा है. आम की सिर्फ 40 फीसदी फसल हुई है. इस वजह से बाजार में आवक कम हुई है. युवराज काची, आम व्यापारी, पुणे