स्टडीज के मुताबिक अभी भी महिलाओं में हार्ट अटैक एवं हार्ट डिजीज के बारे में अभी भी बहुत कुछ जानना बाकी है. क्योंकि महिलाओं में दिल की बीमारी के लक्षण बिल्कुल भी पुरुषाें की दिल की बीमारी से नहीं मिलते. महिलाओं में हार्ट अटैक पड़ने से पहले उनके अंदर ्नया-्नया लक्षण दिखाई देते हैं, उसी के बारे में हम आज यहां बात करेंगे.
थकान - एक शाेध में बताया गया कि 70 प्रतिशत महिलाओं में यह देखा गया था हार्ट अटैक पड़ने के महीनेभर पहले उन्हें बहुत थकान महसूस हाेती थी. यह थकान बहुत ही भारी हाेती थी, जिस वजह से उनके दिनभर की पूरी दिनचर्या पर असर पड़ता था.
नींद न आना - भारी थकान के अलावा महिलाओं ने बताया की उन्हें जब हार्ट अटैक आया था, तब उनकी नींद में बहुत कमी आ गई थी. भले ही वह कितनी थकी हुई हाें पर रातभर उन्हें नींदनहीं आती थी.
चिंता और तनाव - वैसे ताे महिलाओं में तनावा काफी देखा जाता है, पर हार्ट अटैक आने से पहले उनकी चिंता और दिमाग पर तनाव हावी हाेने लगता है.यह पहले के मुताबिक कहीं ज्यादा था.
अपच या मतली - पेट दर्द, पेट में एेंठन, मतली और पाचन अवराेध आदि महिलाओं के हार्ट अटैक हाेने के दूसरे बड़े लक्षण हैं.
सांस फूलना - महिलाओं काे सीढ़ी चढ़ने और राेजमर्रा के घर के कामाें काे करते व्नत सांस फूलती थी.
जबड़ा, कान, गर्दन और कंधे का दर्द - कई औरताें ने जानकारी दी कि उन्हें दर्द का अहसास हाेता था, जाे कि उनके जबड़ाें और नीचे गर्दन तक जा कर कभीकभी कान के पास भी हाेता था. दर्द बढ़कर कंधे तक भी पहुंच जाता था और साथ ही पीठ दर्द भी हाेने लगता था.जिसमें गर्दन और पीछे की मासपेशियां खिंच जाती थीं.
फ्लू जैसे लक्षण - चिपचिपाहट, हल्कापन और कमजाेरी लगना जैसे लक्षणाें काे देख हर महिला ने यही साेचा कि उसे फ्लू है, पर बाद में यह पता चला कि यह हार्ट अटैक के लक्षण थे.