बावधन, 15 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क) सूर्यदत्त नेशनल स्कूल ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में लगातार नौवें वर्ष 100 प्रतिशत परिणाम हासिल किया है. 10वीं की परीक्षा में अरात्रिका प्रशांत उमाप (92.40 प्रतिशत), मृण्मयी सुधीर देशमुख (89.60 प्रतिशत), अवनीश मंदार जोशी (86.20 प्रतिशत) ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया है. समीर दीपक दातार 12वीं की परीक्षा में 97 प्रतिशत अंक लाकर प्रथम स्थान वहीं उत्कर्ष संदीप पाटिल ने 96.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया. आरुष मकरंद सातारकर और जयश्री रे ने 95.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया. खास बात यह रही कि 29 छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किये हैं. उत्कर्ष पाटिल ने रसायन विज्ञान में, समीर दातार ने आईपी विषय में 100 में से 100 अंक प्राप्त किए हैं. सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया, उपाध्यक्ष एवं सचिव सुषमा संजय चोरडिया, एसोसिएट उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा, सूर्यदत्त नेशनल स्कूल की निदेशक शीला ओका ने इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी. पढ़ाई के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास उत्कर्ष संदीप पाटिल ने कहा कि सूर्यदत्त संस्थान का सुखद वातावरण अध्ययन के लिए अनुकूल था. पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों से व्यक्तित्व विकास में मदद मिली. 12वीं कक्षा की परीक्षा में मेरी सफलता में मेरे माता-पिता और शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. नियमित तैयारी से लाभ अरात्रिका प्रशांत उमाप ने कहा कि 10वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान शिक्षकों ने बहुत अच्छा मार्गदर्शन दिया. सभी विषय बहुत सरल तरीके से पढ़ाए गए. आधुनिक शिक्षण पद्धति और नियमित तैयारी के कारण हमें पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा.
छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत की : प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष ने कहा कि ये छात्र आईसीएसई, आईबी, एसएससी, अर्ध-अंग्रेजी और मनपा स्कूलों जैसी पृष्ठभूमि से आए थे. शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों ने उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत की थी. छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन से उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई है. स्कूल ने व्यक्तिगत समीक्षा, प्रोत्साहन और मार्गदर्शन सहित छात्रों के समग्र विकास पर जोर दिया. इसी के बल पर स्कूल के कई छात्रों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ओलंपियाड में खिताब जीते हैं.