पुणे, 19 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
लटक रहे ओवरहेड केबल के कारण दो महीने पहले ही एक प्राइवेट बस के क्लीनर की बस से गिरकर मौत हो जाने के बावजूद मनपा द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिए जाने के कारण नागरिकों की जान पर बन आई है. शनिवार को सिंहगढ़ रोड पर संतोष हॉल के सामने अचानक टूटे केबल की चपेट में बाइक सवार युवक आ गया और घायल हो गया. बाइक धीमी गति से चलने से वह बच गया. हालांकि, शहर में हजारों किलोमीटर तक लंबे ओवरहेड केबल लटके होने से पुणे के निवासियों का जीवन खतरे में है. मनपा के पास केबल हटाने की बेहतर व्यवस्था न होने से ऐसे केबलों पर कार्रवाई नहीं हो रही है. शहर में बड़े पैमाने पर ओवरहेड केबलों का जाल फैल गया है. मनपा के राजस्व को चूना लगाने वाली इन केबल्स ने नागरिकों के जीवन को पतंग के मांजे की तरह खतरे में डाल दिया है. इस बीच, मनपा ने अवैध केबल का पता लगा लिया और उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी. खास बात यह है कि इस निरीक्षण में पता चला कि केबल ड्रेनेज लाइन के बीच से भी बिछाई गई थीं. इससे मानसून के दिनों में उनमें कचरा फंस जाता था और सड़क पर जलभराव हो जाता था. इस संबंध में अस्थायी कार्रवाई के बाद प्रशासन ठंडा पड़ गया है. इतना ही नहीं, आपदा प्रबंधन परियोजना के तहत् खुदाई की अनुमति फिलहाल नामंजूर होने के कारण संबंधित कंपनी को ओवरहेड केबल बिछाने की अनुमति दे दी गई है. इस वजह से प्रशासन नागरिकों के जीवन से खेल रहा है. संपर्क करने पर मनपा के अधिकारियों ने बताया कि अवैध केबलों को हटाने तथा हटाए गए केबलों के निपटान हेतु पर्याप्त सिस्टम की कमी के कारण कार्रवाई में देरी हो रही है
वास्तव में जिम्मेदारी किसकी?
शहर में अवैध ओवरहेड केबलों का जाल बिछाया जा रहा है. मनपा इन केबल्स को हटाने के लिए कार्रवाई कर रही है. हालांकि, सवाल यह उठ रहा है कि ये केबल सड़क, बिजली या आकाश-चिह्न विभाग द्वारा बिछाये जाने चाहिए. यदि बिजली विभाग ने कार्रवाई करने की जिम्मेदारी ली है तो विभाग को नियमानुसार केबल मालिक के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. इसलिए इन केबलों को भूमिगत बिछाने की जिम्मेदारी सड़क विभाग की है. हालांकि, मनपा के बिजली विभाग को इस केबल से सबसे अधिक परेशानी हो रही है, इसलिए उनके द्वारा कार्रवाई की जा रही है. तथापि. इन तीनों विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण इस केबल का निपटान कौन करेगा, इस पर प्रशासनिक विवाद चल रहा है.
आकाश-चिह्न विभाग को कार्रवाई करने का अधिकार
बिजली विभाग प्रमुख मनीषा शेकटकर ने कहा कि बिजली विभाग शहर में ओवरहेड केबल हटाने की कार्रवाई कर रहा है. शनिवार को सिंहगढ़ क्षेत्र में कार्रवाई नहीं हो सकी, क्योंकि क्रेन उपलब्ध नहीं थी. मनपा की ओर से कुल 13 क्रेन उपलब्ध करायी गई हैं. इनमें से 6 क्रेनें किराये पर ली गई हैं. रखरखाव और मरम्मत कार्य के बाद दोपहर में केबल हटाने की प्रक्रिया की जाती है. केबल हटाने के लिए कोई अलग व्यवस्था नहीं है. आकाश-चिह्न विभाग को संबंधित केबल धारक के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है.