सफाई के बजाय तिजोरी ‌‘साफ‌’ करने की कवायद!

जांच पूरी होने तक आगे की टेंडर प्रक्रिया अतिरिक्त मनपा आयुक्त द्वारा स्थगित

    22-May-2025
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पुणे, 21 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पुणे मनपा द्वारा शहर में सड़कों और गलियों की सफाई के लिए जारी किए गए 147 करोड़ रुपये के 14 टेंडर्स खास (चुनिंदा) ठेकेदारों को देने के लिए टेंडर प्रक्रिया के नियमों और शर्तों में बदलाव किया गया. जांच में यह बात सामने आई कि रिंग (मिली-भगत) करने के बाद टेंडर्स भरे गये. इसलिए अतिरिक्त मनपा आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. ने जांच पूरी होने तक आगे की टेंडर प्रक्रिया कार्यान्वित करने को स्थगित कर दिया है. ऐसे में यह चर्चा है कि इन टेंडरों के जरिए शहर की सफाई के बजाय मनपा की तिजोरी साफ करने का प्रोग्राम फिक्स किया गया था. पुणे मनपा (पीएमसी) ने शहर की सड़कों की सफाई के लिए 14 क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए एक साथ टेंडर्स आमंत्रित किये. इसके लिए पुरानी शर्तों को पूरी तरह से नई शर्तों में बदल दिया गया, जिससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि कुछ चुनिंदा ठेकेदारों को लाभ होगा और कई ठेकेदार अयोग्य हो जाएंगे.
 
इससे पहले साफ-सफाई करने के लिए मैनपॉवर उपलब्ध कराने के लिए टेंडर जारी किए जा रहे थे, लेकिन इस बार प्रशासन ने ऐन समय पर क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रफल के आधार पर टेंडर राशि तय कर दी. इसके अलावा, एक श्रमिक द्वारा सफाई किए जाने वाले क्षेत्र की मात्रा संबंधी शर्त को भी हटा दिया गया तथा यह शर्त जोड़ दी गई कि चैंपियन मशीन को टेंडर प्रकाशित होने से पहले ही खरीदना जरूरी होगा. इसलिए, उन ठेकेदारों को पता है कि नियम और शर्तें क्या होंगी तथा केवल वही ठेकेदार इस काम के लिए पात्र होंगे. यह मामला सामने आने के बाद शहरी विकास राज्य मंत्री माधुरी मिसाल ने आयुक्त को जांच के निर्देश दिए थे. पूर्व विपक्षी नेता उज्ज्वल केसकर, सुहास कुलकर्णी और प्रशांत बधे ने भी आरोप लगाया कि टेंडर में धांधली हुई है और मनपा को करीब 34 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.
 
उन्होंने चेतावनी दी थी कि वे इसके खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे. अतिरिक्त आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. ने इस संबंध में बुधवार को मनपा में बैठक की, जिसमें उन्होंने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के सहायक आयुक्तों को दस्तावेज प्रस्तुत करने के आदेश दिए. साथ ही, इस टेंडर में धांधली के प्रारंभिक सबूत भी मिले हैं, इसलिए वर्तमान चरण में टेंडर प्रक्रिया को स्थगित करने तथा आगे की प्रक्रिया न करने के आदेश जारी किए गए हैं.
 
* टेंडर प्रक्रिया का अध्ययन कर रिपोर्ट देंगे ः पृथ्वीराज बी.पी. अतिरिक्त मनपा
 
आयुक्त पृथ्वीराज बी.पी. ने बताया कि सफाई कार्य के टेंडर के संबंध में प्राप्त शिकायतों के कारण बुधवार एक बैठक आयोजित की गई. इस शिकायत में सच्चाई है कि उसमें मिली-भगत हुई है. अब इस मामले को लेकर टेंडर प्रक्रिया का अध्ययन कर आयुक्त को रिपोर्ट सौंपी जाएगी. इसमें कम से कम तीन से चार दिन लगेंगे. तब तक टेंडर प्रक्रिया स्थगित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. 9 प्रतिशत ओवर रेट से मंगवाए टेंडर मनपा ने सफाई कार्य के लिए 59.40 पैसे प्रति स्क्वेयर मीटर की दर तय की थी, लेकिन ये टेंडर इस दर से 9 प्रतिशत ओवर रेट (अधिक मूल्य) से आए हैं. इससे मनपा को कम से कम 35 करोड़ रुपयों का नुकसान हो सकता है.