डॉ. नीलम गोर्हे ने नासिक कुंभ मेला 2027 के बारे में दिए महत्वपूर्ण सुझाव

मुख्यमंत्री फडणवीस को भेजा विस्तृत बयान कार्यान्वयन और समन्वय के संबंध में किया अनुरोध

    31-May-2025
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शिवाजीनगर, 30 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)

सिंहस्थ कुंभ मेला 2027 नासिक-त्र्यंबकेेशर में आयोजित किया जा रहा है. यह समारोह धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण समारोह है. इस संदर्भ में विधान परिषद की उपसभापति डॉ. नीलम गोर्हे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक विस्तृत बयान भेजते हुए योजना, कार्यान्वयन और समन्वय के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन और कार्रवाई का अनुरोध किया है. डॉ. गोर्हे ने इस पत्र में उल्लेख किया है कि महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और विकलांग श्रद्धालुओं के लिए अलग और सुरक्षित चेंजिंग रूम, महिरकणी कक्षफ, सहायता केंद्र और महिला पुलिस अधिकारी नियुक्त करना आवश्यक है. गोदावरी स्वच्छता अभियान को और अधिक गति देने, शौचालय, सीवेज प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण और पर्यावरण अनुकूल उपायों को लागू करने, इस क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण और आवश्यक टीकाकरण प्रदान करने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सिंहस्थ कुंभ मेले की योजना विधानमंडल के सदस्यों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए. डॉ. गोर्हे ने पत्र में सभी जनप्रतिनिधियों को योजना में सक्रिय रूप से शामिल करने की भी अपील की है.
डॉ. गोर्हे द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण बिंदु स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से निजी एवं धर्मार्थ अस्पतालों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए. अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र, जांच शिविर स्थापित किए जाएं तथा एंबुलेंस सेवाएं चालू की जाएं. आस्था एवं संस्कृति का संगम कराने वाली गतिविधियां क्रियान्वित की जाएं. भीड़ प्रबंधन तथा सूचना प्रौद्योगिकी का प्रभावी उपयोग किया जाए. धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मंदिरों तक जाने वाली सड़कों पर बुनियादी ढांचे की मरम्मत एवं सुधार किया जाए.
 
श्रद्धालुओं की सुविधाओं को आसान और सुलभ बनाया जाए सिंहस्थ मेले में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए परिवहन व्यवस्था और सार्वजनिक सुविधाओं को आसान और सुलभ बनाने के लिए विशेष बसें चलानी चाहिए. फुटपाथ की योजना, महिलाओं के लिए अलग से शौचालय, चांदवड़, शिरडी, शनि शिंगणापुर, सप्तश्रृंगी गढ़ जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के साथ संपर्क में सुधार करने की आवश्यकता है.
- डॉ. नीलम गोर्हे, उपसभापति, विधान परिषद