मार्केट यार्ड में डमी आढ़तियों से किसानों को नुकसान

प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद फिर सक्रियता पर उठने लगे सवाल

    08-May-2025
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मार्केट यार्ड, 7 मई (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पुणे के मार्केट यार्ड स्थित फल और सरजी विभाग में एक बार फिर अवैध रूप से खुदरा व्यापार करने वाले डमी आढ़तियों की सक्रियता बढ़ गई है. स्थिति यह हो गई है कि बाजार में जहाँ जगह मिले वहाँ व्यापार शुरू कर दो. इन डमी आढ़तियों के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, जबकि बाजार समिति के संचालक मंडल का ध्यान इस ओर नहीं है. बाजार समिति ने गाला (दुकान) धारकों को कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए मददनीस नामक नियम के अंतर्गत दो सहायक (डमी) रखने की अनुमति दी है. लेकिन वास्तविकता में, एक गाले में 5 से 8 तक डमी व्यापारी खुद व्यापार कर रहे ह्‌ैं‍.
 
इससे बाजार समिति को कोई शुल्क नहीं मिलता और उसका नुकसान हो रहा है. फल और सरजी विभाग में जहाँ अधिकतम 15 फुट तक माल लगाने की अनुमति है, वहीं कुछ व्यापारी सड़कों के बीचोंबीच व्यापार कर रहे ह्‌ैं‍. सड़क पर ही तराजू लगाए गए हैं, जिससे ग्राहकों और श्रमिकों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इस ओर किसी का ध्यान नहीं है. खाली जगहों का किराया कौन खा रहा है?
 
फल और सरजी बाजार के आसपास की स्वच्छता गृह, बैंक, संस्थानों के कार्यालयों और पीछे की खुली जगहों पर डमी आढ़तियों ने कब्जा जमा रखा है. इन स्थानों का किराया आखिर किसकी जेब में जा रहा है, यह अब तक स्पष्ट नहीं है. गेट नंबर 1 और 3 पर कुछ जनप्रतिनिधियों ने खुद ही कब्जा कर लिया है. डमी व्यापारी मूल गाला धारकों से कम दाम में कृषि उत्पाद खरीदते हैं और फिर उसी माल को गाले के सामने ऊंचे दाम पर पुनः बेचते हैं. इससे किसान को कम दाम मिलते हैं, जबकि मूल गाला धारक को डमी से सालाना 1.5 से 3 लाख रुपये तक का किराया मिलता है. यह सब बाजार समिति की जानबूझकर अनदेखी के कारण हो रहा है.
 
सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं
विभाग प्रमुखों का तबादला किया गया है. हाल ही में सभी विभाग प्रमुखों की समीक्षा बैठक हुई,जिसमें सभी डमी आढ़तियों पर
सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
- डॉ. राजाराम धोंडकर,
सचिव, कृषि उत्पन्न बाजार समिति, पुणे