तालाब में डूबने से चाकण के चार स्कूली बच्चाें की माैत

    01-Jun-2025
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chakan 
 
तालाब में डूबने से चाकण के चार स्कूली बच्चाें की माैत इस घटना में मृत बच्चाें की पहचान ओमकार बाबासाहेब हंगे (उम्र-13 वर्ष, वर्तमान निवासी- मार्तंडनगर, मेदनकरवाड़ी, मूल निवासी-हंगेवाड़ी, तहसीलकेज, जि. बीड), श्लाेक जगदीश मानकर (उम्र-13 वर्ष, वर्तमान निवासी मेदनकरवाड़ी, मूल निवासी धनवाड़ी, तहसीलवरुड़, जि. अमरावती),प्रसाद शंकर देशमुख (उम्र-13 वर्ष, वर्तमान निवासी-मेदनकरवाड़ी, मूल निवासी -अंबुलगा, तहसील- मुखेड, जिलर-नांदेड़), नैतिक गाेपाल माेरे (उम्र-13 वर्ष, वर्तमान निवासी मेदनकरवाड़ी, मूल निवासी-झरी बाजार, तहसील-अकाेट, जि.अकाेला) है.पुलिस के अनुसार, शनिवार काे सुबह करीब 11 बजे चाराें दाेस्त घर से नहाने के लिए निकले थे.कडाचीवाड़ी गांव के समीप एक पाझर तालाब में नहाते समय अचानक दम घुटने लगा और वे डूबने लगे.
 
आसपास काेई मदद नहीं मिलने के कारण चाराें की माैत हाे गई्. जब दाेपहर तक वे घर नहीं लाैटे, ताे परिजनाें ने उनकी तलाश शुरू की. तालाब के किनारे उनके कपड़े और चप्पलें मिलीं, जिससे अनहाेनी की आशंका गहराई.स्थानीय लाेगाें और ‘आपदा मित्र’ टीम की मदद से पुलिस ने तालाब से सभी बच्चाें के शव बाहर निकाले.शवाें काे पाेस्टमाॅर्टम के लिए चाकण ग्रामीण अस्पताल लाया गया. जैसे ही परिजनाें ने बच्चाें के शव देखे, पूरा अस्पताल मातम में बदल गया.दुर्घटना से बचने के लिए सतर्कता जरूरी गर्मियाें की छुट्टियाें के दाैरान बच्चे अक्सर तैराकी या माैज-मस्ती के लिए जलाशयाें की ओर रुख करते हैं.मगर बिना सुरक्षा और सावधानी के ऐसे प्रयास जानलेवा साबित हाे सकते हैं. ग्रामीण क्षेत्राें में अनियंत्रित जलस्तर वाले तालाब और खड्डाें में नहाना खतरनाक हाे सकता है.यह दुखद घटना न केवल इन परिवाराें के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें बच्चाें की सुरक्षा काे लेकर गंभीरता से विचार करना चाहिए.सतर्कता और समय रहते हस्तक्षेप से ऐसे हादसाें काे टाला जा सकता है.