हजार से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं.इन राज्याें में घर गिरने से बड़ी संख्या में लाेग बेघर हाे गए हैं. नदियां उफान पर हैं.माैसम विभाग ने सभी राज्याें के लिए अलर्ट जारी किया है. मिजाेरम के दक्षिण मिजाेरम के लाॅन्गतलाई शहर में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन के कारण पांच घर और एकहाेटल ढह गया. इसमें कई लाेग फंस गए.लाॅन्गतलाई जिले के सबसे बड़े नागरिक सामाजिक संगठन यंग लाई एसाेसिएशन (वाईएलए) के स्वयंसेवकाें के साथ राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसआरडीएफ) और तीसरी भारतीय रिजर्व बटालियन के कर्मियाें द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हाेटल ढह गया. इसमें कई लाेग फंस गए.लाॅन्गतलाई जिले के सबसे बड़े नागरिक सामाजिक संगठन यंग लाई एसाेसिएशन (वाईएलए) के स्वयंसेवकाें के साथ राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसआरडीएफ) और तीसरी भारतीय रिजर्व बटालियन के कर्मियाें द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. प्रभावित हुए.गुवाहाटी और सिलचर में बाढ़ से 10 हजार से अधिक लाेग प्रभावित हुए.वहीं लखीमपुर में पानी ने रिंग बांध काे ताेड़ दिया.
आईएमडी की रिपाेर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटाें में गुवाहाटी और इसके आसपास के इलाकाें में 90 से 134 मिमी बारिश हुई है. तथा आगे भी भारी बारिश का अनुमान है. अरुणाचल प्रदेश में भी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचाई. यहां भूस्खलन में नाै लाेगाें की माैत हाे गई. पूर्वी कामेंग जिले में बाना-सेप्पा खंड पर हुए भीषण भूस्खलन में सात लाेगाें की माैत हाे गई. वहीं लाेअर सुबनसिरी जिले में जीराे-कामले मार्ग पर पाइन ग्राेव क्षेत्र के पास भूस्खलन के बाद दाे मजदूराें की माैत हाे गई और दाे अन्य काे बचा लिया गया. इसके साथ ही ऊपरी सुबनसिरी जिले में बाढ़ से 100 से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं. सिगिन नदी उफान पर आ गई है. माैसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. इसमें एक से पांच जून तक बारिश का दाैर जारी रहने की उम्मीद है. वहीं पूर्वी कामेंग, पूर्वी सियांग, दिबांग घाटी और पश्चिमी कामेंग सहित कई जिलाें में बाढ़ का खतरा बताया है.देश में समय से पहले आया मानसून पूर्वाेत्तर में जमकर तबाही मचा रहा है. बीते तीन दिनाें में पूर्वाेत्तर के मणिपुर, मिजाेरम, असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा में लगातार भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ में 19 लाेगाें की माैत हाे चुकी है. जबकि 12