मुंबई, 9 जून (आ. प्र.) केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह सिद्धार्थ मोहंती का कार्यकाल पूरा होने के बाद भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के वर्तमान प्रबंध निदेशक सतपाल भानु को एमडी एवं सीईओ पद का वित्तीय और प्रशासनिक चार्ज सौंपा हैं. भानु तीन महीने की अवधि के लिए, 8 जून से 7 सितंबर 2025 तक - या नियमित पदाधिकारी के पदभार ग्रहण करने तक, या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, अंतरिम प्रभार संभालेंगे. सरकारी बीमा कंपनी ने एक बयान में कहा, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग के 7 जून के पत्र के अनुसार, भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रबंध निदेशक सत पाल भानु को एलआईसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार तथा कार्य सौंपे गए हैं. भानु को बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी में 30 साल से अयादा का अनुभव है. प्रबंध निदेशक बनने से पहले, उन्होंने भोपाल में एलआईसी के सेंट्रल जोन के लिए जोनल मैनेजर के तौर पर काम किया था. उन्होंने कई प्रमुख पदों पर कार्य किया है, जिनमें बंगलौर-I और शिमला डिवीजनों के लिए वरिष्ठ डिवीजनल मैनेजर; एलआईसी के उत्तरी क्षेत्र, नई दिल्ली में माइक्रो इंश्योरेंस, कॉर्पोरेट संचार और कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक और मुंबई में केंद्रीय कार्यालय में प्रमुख (मार्केटिंग/वरिष्ठ बिजनेस एसोसिएट) शामिल हैं. उन्होंने भोपाल में एलआईसी के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में अतिरिक्त निदेशक के रूप में भी काम किया है. भानु ने हिमाचल प्रदेश वेिशविद्यालय, शिमला से इतिहास (ऑनर्स) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है. एलआईसी के शीर्ष प्रबंधन में हाल ही में बड़े बदलाव हुए हैं. संरचनात्मक पुनर्गठन के बाद एलआईसी के पहले एमडी और सीईओ सिद्धार्थ मोहंती ने पिछले सप्ताह अपना कार्यकाल पूरा कर लिया. एलआईसी की नेतृत्व संरचना में एक एमडी एवं सीईओ तथा चार प्रबंध निदेशक शामिल हैं. हाल ही में रत्नाकर पटनायक और दिनेश पंत को एम.डी. के पद पर नियुक्त किया गया है. वे एम. जगन्नाथन और टेबलेश पांडे की सेवानिवृत्ति के बाद उनकी जगह लेंगे. पंत का कार्यकाल मई 2027 तक है, जबकि पटनायक मार्च 2028 तक काम करेंगे. अन्य दो वर्तमान एमडी सतपाल भानु हैं, जिनका कार्यकाल दिसंबर 2025 में समाप्त हो रहा है, और आर दोरईस्वामी, जिनका कार्यकाल अगस्त 2026 में समाप्त होने वाला है. नेतृत्व फेरबदल के अलावा, एलआईसी ने रामकृष्णन चंदर को मुख्य निवेश अधिकारी और अजय कुमार श्रीवास्तव को नियुक्त एक्चुअरी के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है. ये परिवर्तन एलआईसी के कार्यकारी पुनर्गठन में एक महत्वपूर्ण चरण को चिह्नित करते हैं, क्योंकि राज्य के स्वामित्व वाली बीमा कंपनी अधिक प्रतिस्पर्धी और विनियमित वातावरण के लिए अनुकूल हो रही है.